Statue of Adi Shankaracharya in Khandwa: देश को समर्पित होगी एक और विरासत, MP में सीएम शिवराज करेंगे 108 फुट ऊंची आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण

Statue of Adi Shankaracharya in Khandwa: खंडवा जिले में नर्मदा नदी के किनारे बसा ओंकारेश्वर मंदिरों का शहर है, यहीं पर 108 फुट ऊंची शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित की गई है।

रितिका आर्या Written by: September 21, 2023 9:01 am
Madhya Pradesh

नई दिल्ली। इसी साल देश के कई राज्यों में चुनाव होने हैं ऐसे में सभी दलों द्वारा एक के बाद एक दावे और वादे किए जा रहे हैं। दावों और वादों के साथ ही सरकारें अपने-अपने राज्यों में नई सौगातें भी दे रहे हैं। इसी क्रम में अब जब मध्यप्रदेश में जल्द चुनाव होने हैं तो इससे पहले यहां सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने राज्य के साथ ही देश को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। बता दें कि आज गुरुवार, 21 सितंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में हिंदू संत आदि शंकराचार्य की एक भव्य प्रतिमा का अनावरण करेंगे। खंडवा जिले में नर्मदा नदी के किनारे बसा ओंकारेश्वर मंदिरों का शहर है, यहीं पर 108 फुट ऊंची शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित की गई है।

Adi Shankaracharya in Khandwa

‘एकात्मता की प्रतिमा’ रखा गया है नाम

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिस हिंदू धर्म में प्रतिष्ठित शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने जा रहे हैं उसे ‘एकात्मता की प्रतिमा’ (Adi Shankaracharya Statue) नाम दिया गया है। यहां बता दें कि पहले ही इस विशाल प्रतिमा का अनावरण होना था लेकिन बारिश के कारण इसकी तारीख बदलनी पड़ी।

Adi Shankaracharya in Khandwa

क्या बोले प्रतिमा को लेकर अधिकारी

मध्य प्रदेश और देश को मिलने जा रही इस विरासत को लेकर एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि ये ‘ये सांस्कृतिक परियोजना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रतीक्षित दृष्टिकोण- ‘वसुधैव कुटुंबकम (दुनिया एक परिवार है) को पूर्ण करेगा साथ ही इस विरासत के अनावरण के बाद मध्य प्रदेश राज्य सभी धर्मों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को भी मजबूत करेगा।’

Adi Shankaracharya in Khandwa

गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। सरकार की तरफ से इस साल 2,141.85 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी थी। इसी परियोजना के अंतर्गत ओंकारेश्वर में एक संग्रहालय के साथ आदि शंकराचार्य की मूर्ति भी निर्माण होना था।