
नई दिल्ली। बेशक शरद पवार ये बात कह चुके हैं कि वो महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के भविष्य को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद भी वो विपक्षी एकता की पैरवी करने से नहीं चूकते। हाल ही में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की जमकर तारीफ़ करते हुए उन्हें एक बेहद ईमानदार मुख्यमंत्री बताया। विपक्ष की एकता के लिए शरद पवार भरसक प्रयास कर रहे हैं।
कुछ समय पहले की ही बात है जब आम आदमी पार्टी ने ये आरोप लगाया था कि बीजेपी देश के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए अरविंद केजरीवाल के घर का मुद्दा खोल रही है। गौर करने वाली बात ये है कि अजित पवार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने को लेकर भी खूब सियासी अफवाहें उड़ी थीं, जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा था कि मेरे बारे में भविष्य का सीएम बताकर पोस्टर लगवाना पागलपन ही माना जाएगा। अजित पवार खुद इस बात को कह चुके हैं ऐसे में ये स्पष्ट है कि इस रेस से पहले ही खुद को बाहर रखना चाहते हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच ये भी चर्चा थी कि सीएम बदलने के बारे में संजय राउत ने जो भी कहा है उसके क्या मायने हैं ? इससे पहले एक सवाल के जवाब में महाविकास अघाड़ी को लेकर और MVA के एकसाथ लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा था कि मेरी इच्छा से कुछ नहीं होता, जैसे मेरी इच्छा तो एकसाथ चुनाव लड़ने की है। लेकिन सभी दलों के अपने मुद्दे हैं, सीटों और विषयों को लेकर भी एक राय होना जरूरी है। इन सब बातों पर अभी चर्चा नहीं हुई है। फिर में आपको किस तरह बता दूं।