नई दिल्ली। चार घंटे की मतगणना के बाद दोपहर तक लोकसभा चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है। 400 पार का नारा लगाने वाली भाजपा अपने सहयोगी दलों के साथ 300 के आसपास सिमटती नजर आ रही है। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया है। दोपहर तक इंडिया गठबंधन 226 सीटों पर आगे चल रहा है। इससे इंडिया गठबंधन में हलचल मच गई है। शुरुआती रुझान सामने आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। इसके बाद सोनिया गांधी अपनी बेटी प्रियंका गांधी से मिलने गई हैं। राहुल गांधी भी वहां मौजूद हैं।
अधिकांश एग्जिट पोल के उलट कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि पार्टी सत्ता में नहीं आ रही है, लेकिन पार्टी के नेता अपने प्रदर्शन से काफी खुश हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जी न्यूज से कहा कि तस्वीर अभी अधूरी है। 1-2 घंटे में तस्वीर साफ हो जाएगी। हमें अभी भी विश्वास है कि हम 295 पर ही रुकेंगे। पवन खेड़ा ने कहा कि इस बार भाजपा को इसे नैतिक जीत मानना चाहिए, लेकिन हम चुनाव में जीत रहे हैं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से अच्छी खबरें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में लोगों को लग रहा है कि संविधान पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं और वे लोग इस खतरे का डटकर सामना कर रहे हैं।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस पूरे देश में आगे बढ़ रही है, हम शुरू से ही कह रहे हैं कि अगर कांग्रेस 100 का आंकड़ा पार कर जाती है, तो समझो इंडिया गठबंधन जीत गया। इस बार कांग्रेस पार्टी 150 लोकसभा सीटों के आंकड़े तक भी पहुंच सकती है। अगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, तो प्रधानमंत्री कांग्रेस पार्टी से ही होगा। देश की इच्छा है कि राहुल गांधी देश का नेतृत्व करें। माकपा नेता वृंदा करात ने कहा कि दौड़ अभी शुरुआती चरण में है। शुरुआती चरणों में इंडिया ब्लॉक ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन जैसा कि मैंने कहा, यह तो बस शुरुआत है… एग्जिट पोल और शुरुआती तस्वीर जो पहले दिखाई गई थी, वह 100 फीसदी फेल हो रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र में भाजपा की हालत बहुत खराब है। और यह पहला चुनाव है जो मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस चुनाव के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। पीएम मोदी और भाजपा नेताओं ने बहुत कोशिश की, लेकिन वे देश की जनता को सांप्रदायिक नहीं बना सके। इस चुनाव में महंगाई, बेरोजगारी और देश की आर्थिक स्थिति मुद्दा बनी, जबकि राम मंदिर, ट्रिपल तलाक, 370 मुद्दा नहीं बन सका। इस बीच, राशिद अल्वी ने जेडीयू और अन्य दलों से संपर्क की बात पर कहा कि पार्टी को जरूर बात करनी चाहिए। हम हर हाल में भाजपा को हराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम देश को बर्बाद नहीं होने देंगे, संविधान का मजाक नहीं बनने देंगे। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत का कहना है कि एनडीए के उम्मीदवार बहुत कम अंतर से आगे चल रहे हैं। लोगों ने बदलाव के लिए वोट दिया है। उन्होंने कहा कि पहली बार पीएम मोदी दो राउंड की मतगणना में पीछे रह गए हैं। मुझे उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन को बहुमत मिलेगा।