Amravati-Udaipur Killings: हिंदुओं की हत्या पर ये कहकर घिरे AIMIM नेता वारिस पठान, राजनीतिक विश्लेषक ने बोलती की बंद

बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर के बारे में एक टीवी डिबेट में कथित तौर पर विवादित बयान दिया था। नूपुर के खिलाफ 3 और 10 जून को कई शहरों में दंगे हुए। बीते दिनों महाराष्ट्र के अमरावती और राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों की कट्टरपंथियों ने इस वजह से हत्या कर दी थी, क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर नूपुर का समर्थन किया था।

Avatar Written by: July 3, 2022 7:08 am
waris pathan

नई दिल्ली। नेता बयान खूब देते हैं और दावे और वादे भी खूब करते हैं। वजह ये है कि उनके बयानों, दावों और वादों को आमतौर पर कोई चुनौती नहीं देता। जब भी नेताओं को इन तीन मामलों में चुनौती मिलती है, तो उनकी जुबान पर ताला लग जाता है, क्योंकि न तो नेता का बयान, न उसका दावा और न ही वादा आमतौर पर सही होता है। इसी का नजारा शनिवार को एक टीवी चैनल की डिबेट में दिखा। इस डिबेट में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के महाराष्ट्र में नेता वारिस पठान भी थे। वारिस पठान नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर उदयपुर और अमरावती में दो लोगों के कत्ल के मसले पर राय रख रहे थे। वारिस ने कहा कि बड़ी संख्या में मुसलमान और मुस्लिम संगठन और धर्मगुरु इन हत्याओं के खिलाफ हैं। उन्होंने तमाम संगठनों के नाम भी गिनाए। पहले आप सुनिए कि वारिस पठान ने क्या कहा।

वारिस के इस बयान पर डिबेट में मौजूद राजनीतिक विश्लेषक शिवम त्यागी ने उन्हें घेर लिया। शिवम ने वारिस के दावों को गलत साबित करते हुए बताया कि पहले जो इस तरह के कमलेश तिवारी जैसे हत्याकांड हो चुके हैं, उनके आरोपियों को किस तरह मुस्लिम संगठन और समुदाय के नेता बचाने में जुटे हैं और कोर्ट में इन लोगों की मदद की जा रही है। शिवम ने कई मामले गिनाए और फिर वारिस पठान के दावों को गलत साबित कर दिया। शिवम ऐसे हमलावर हुए कि वारिस पठान की बोलती बंद हो गई। वो चुपचाप बैठकर शिवम के आरोपों को सुनते रहे। शिवम ने किस तरह वारिस पठान को घेरा, उसे आप यहां सुन सकते हैं।

बता दें कि बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा ने पैगंबर के बारे में एक टीवी डिबेट में कथित तौर पर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद कट्टरपंथियों ने उनकी हत्या और रेप की धमकियां दी। नूपुर के खिलाफ 3 और 10 जून को कई शहरों में दंगे हुए। बीते दिनों महाराष्ट्र के अमरावती और राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों की कट्टरपंथियों ने इस वजह से हत्या कर दी थी, क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर नूपुर का समर्थन किया था।