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Atiq Ahmed: असद का ऑडियो वायरल, बिल्डर को धमकाकर मांगे करोड़ों रुपए, लेकिन फिर…!

Atiq Ahmed: शुरुआती पूछताछ में तीनों युवकों ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वो अतीक से भी बड़ा माफिया बनना चाहते थे, जिसे ध्यान मे रखते हुए उन्होंने अतीक को मारने का प्लान बनाया। हालांकि, तीनों आरोपियों द्वारा पुलिस को दिए बयान में विरोधाभाष में नजर आ रहा है।

माफिया अतीक अहमद के बेटे असद की फाइल फोटो।

नई दिल्ली। अतीक-अहमद का साम्राज्य अब मिट्टी में मिल चुका है। बीते दिनों अतीक और अशरफ की प्रयागराज स्थित काल्विन अस्पताल के बाहर तीन बंदूकधारी युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले उसके बेटे असद को यूपी एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। इस बीच उसका साथी शूटर गुलाम अहमद भी मारा गया था। वहीं, अब पुलिस को गुड्डू मुस्लिम और शाइस्ता परवीन की तलाश है। हालांकि बीते दिनों प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में जब अतीक और अशरफ को सुपुर्द ए खाक किया जा रहा था, तो इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि शाइस्ता परवीन कब्रिस्तान पहुंच सकती है। हालांकि, शाइस्ता के कब्रिस्तान पहुंचने की चर्चा थी, लेकिन वो नहीं पहुंची। दरअसल, किसी दूसरी बर्कानशीं महिला को शाइस्ता समझ लिया गया था। बीते दिनों योगी सरकार द्वारा शाइस्ता पर इनाम की राशि भी बढ़ाकर 50 हजार रुपए तक कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक उसके बारे में कोई पता नहीं लग पाया है। अब ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वो कहां है। माना जा रहा है कि शाइस्ता गल्फ कंट्री रवाना हो चुकी है। उधर, अब गत दिनों झांसी में एनकाउंटर में मारे गए असद को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, असद का ऑडियो प्रकाश में आया है, जिसमें वो एक बिल्डर को धमकाता हुआ नजर आ रहा है। बिल्डर से 80 लाख रुपए मांगता हुआ सुना जा रहा है। बता दें कि जिस बिल्डर से असद यह रकम मांगता हुआ सुना जा रहा है, उसका नाम मोहम्मद मुस्लिम बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस 80 लाख रुपए का इस्तेमाल उसने बाद में राजू पाल हत्याकांड मामले में किया था। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि पुलिस की तरफ से नहीं की गई है। अब ऐसे में पुलिस की ओर से इस पूरे मामले में आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। आइए, अब आगे मोहम्मद मुस्लिम के बारे में बताते हैं।

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हत्या से ठीक पहले किसकी तरफ देख रहा था माफिया अतीक अहमद?

मोहम्मद मुस्लिम का अपराधों से शुरू से पुराना नाता रहा है। साल 2022 में धूमनगंज थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें अतीक-अशरफ के अलावा मोहम्मद मुस्लिम को मुख्य अभियुक्त के रूप में दर्शाया गया था, जिससे स्पष्ट होता है कि उसका अपराधों से पुराना नाता रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद मुस्लिम पहले कभी अतीक गैंग का सदस्य हुआ करता था। बहरहाल, अभी तक पुलिस की तरफ से इस पर कोई अधिकृत पुष्टि नहीं की गई है। बता दें कि बीते दिनों प्रयागराज स्थित काल्विन अस्पताल के बाहर अतीक-अशरफ की तीनों बंदूकधारी युवकों ने 16 राउंड फायरिंग करके मौत के घाट उतार दिया था। फायरिंग के बाद तीनों युवकों ने मौके पर मौजूद पुलिस को सरेंडर कर दिया था। तीनों युवकों के पास विदेश में निर्मित हथियार भी बरामद हुए हैं। ध्यान रहे कि भारत में इन हथियारों की आपूर्ति भी प्रतिबंधित है। अब ऐसे में यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इन युवकों के पास ये हथियार कहां से आए। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान से इन हथियारों की अवैध आपूर्ति भारत में की जाती है, लेकिन अभी तक पुलिस की तरफ से इस पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

उधर, शुरुआती पूछताछ में तीनों युवकों ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वो अतीक से भी बड़ा माफिया बनना चाहते थे, जिसे ध्यान मे रखते हुए उन्होंने अतीक को मारने का प्लान बनाया। हालांकि, तीनों आरोपियों द्वारा पुलिस को दिए बयान में विरोधाभाष नजर आ रहा है। तीनों आरोपियों ने एक-दूसरे को पहचानने से भी मना कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस हत्याकांड के पीछे कोई तीसरा शख्श भी शामिल हो सकता है। वहीं, अब पूरे मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की गई है। इस बीच मानवाधिकार आयोग ने यूपी पुलिस को पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद नोटिस भी जारी कर दिया है। हालांकि, अभी तक इस नोटिस पर योगी सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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बता दें कि अतीक अशरफ के मारे जाने के बाद योगी सरकार को लगातार विपक्षियों के सुलगते सवालों का सामना करना पड़ रहा है। इस पूरे मसले को लेकर प्रदेश में राजनीति पारा भी चढ़ा हुआ है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आपको बता दें कि आज अतीक और अशरफ के मारे जाने के बाद सीएम योगी ने अपने पहले बयान में अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अब प्रदेश में कोई भी माफिया किसी भी आम जनता को धमकाने की जुर्रत नहीं करेगा।