
गांधीनगर। गुजरात में एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ATS और जीएसटी विभाग ने बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू की है। पूरे प्रदेश में 150 जगहों पर छापे मारे गए हैं। खबर लिखे जाने तक 65 लोगों को गिरफ्तार किए जाने की खबर है। अहमदाबाद, सूरत, भावनगर, जामनगर और भरूच के अलावा कई जगह छापे पड़े हैं। फर्जी बिल के नाम पर करोड़ों के लेनदेन के संबंध में छापेमारी की जा रही है। इस मामले का खुलासा सूरत में हुआ था। तब पुलिस ने 500 करोड़ के फर्जी लेन-देन की बात कही थी। पुलिस ने उस मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार भी किया था। इससे पहले बीते कल यानी शुक्रवार को इनकम टैक्स विभाग की टीमों ने गुजरात में राजकोट, भुज और गांधीधाम में छापे मारे थे।
गुजरात में सरकारी जांच एजेंसियों की छापेमारी चुनाव से ठीक पहले हो रही है। गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को विधानसभा चुनाव हैं। अभी तक एजेंसियों ने ये जानकारी नहीं दी है कि छापेमारी से कितने फर्जी लेन-देन या टैक्स चोरी का पता चला है। आईटी विभाग ने ये जरूर बताया था कि उसने रियल एस्टेट और फाइनेंस ब्रोकर्स के यहां छापे मारे थे। गुजरात विधानसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर काले धन के इस्तेमाल की आशंका जताई जा रही थी। उसी को देखते हुए छापेमारी की जा रही है। आने वाले दिनों में और भी जगह छापे मारे जा सकते हैं।
गुजरात विधानसभा चुनावों में 27 साल से सत्ता पर काबिज बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी AAP से भी है। दो दौर में मतदान कराए जाएंगे। नतीजे 8 दिसंबर को आने वाले हैं। चुनाव आयोग ने गुजरात में 700 कंपनी यानी करीब 70000 केंद्रीय बल के जवानों की तैनाती भी करने का फैसला किया है। आयोग ने साफ कहा था कि गुजरात में हर हाल में वो निष्पक्ष चुनाव कराएगा।