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UP: रामचरितमानस को लेकर बिगड़े सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बोल, बकवास किताब बताते हुए कर डाली ऐसी मांग, सुनकर भड़क उठेंगे आप!

उन्होंने आगे कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन जब धर्म के नाम पर किसी विशेष जाति को नीचा दिखाने की कोशिश की जाती है, तो मैं उस पर आपत्ति दर्ज कराता हूं। सपा नेता ने आगे कहा कि करोड़ों लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते हैं।

नई दिल्ली। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी थमा भी नहीं है कि अब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ऐसा ही विवादित बयान देकर भूचाल मचा दिया है। बता दें कि उन्होंने रामायण को बकवास पुस्तक करार दे दिया है और उस पर बैन लगाने की भी मांग कर दी है। उन्होंने आगे कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन जब धर्म के नाम पर किसी विशेष जाति को नीचा दिखाने की कोशिश की जाती है, तो मैं उस पर आपत्ति दर्ज कराता हूं। सपा नेता ने आगे कहा कि करोड़ों लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते हैं। यह सब बकवास है। तुलसीदास ने इसे अपनी खुशी के लिए लिखा है।

मैं चाहता हूं कि सरकार इसका संज्ञान ले और इस पुस्तक में जो भी आपत्तिजनक अंश लिखा है, उसे हटाए या नहीं तो इस पुस्तक पर बैन लगाए। सपा नेता ने कहा कि इस पुस्तक में कुछ ऐसे अंश हैं, जिनसे हमें आपत्ति है। उन्होंने कहा कि किसी को भी किसी भी धर्म का अपमान करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने तुलसीदास की चौपाई का जिक्र कर कहा कि आप यहां देख सकते हैं कि कैसे ये नीच जाति का जिक्र करके वह शुद्रों को अधम जाति का प्रमाणपत्र दे रहे हैं।

ब्राह्मण पर भी निकाली भड़ास 

बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य यही नहीं रूके। उन्होंने आगे  ब्राह्मणों को लेकर भी अपनी भड़ास निकाली है। कहा कि ब्राह्मण बेशक लंपट, दुराचारी, अनपढ़, गंवार हो, लेकिन अगर वो ब्राह्मण है, तो उसे पूजनीय माना जाता है, लेकिन अगर इसके विपरीत शुद्र कितना भी सम्मानित, शिक्षित, ज्ञानी और विद्वानी हो, लेकिन उसे सम्मान नहीं दिया जाता है? आखिर यह कहां का धर्म है? मैं ऐसे धर्म को नमस्कार करता हूं। जो हमारा सत्यानाश करते हैं, लेकिन जब कभी-भी इस पूरे मसले पर टिप्पणी की जाती है, तो कुछ मुट्ठी भर धर्म के ठेकेदारों की भावनाएं आहत हो जाती हैं, क्योंकि उनकी इससे रोजी रोटी चल रही है।

धीरेंद्र शास्त्री पर भी की टिप्पणी

इसके साथ ही सपा नेता ने धीरेंद्र शास्त्री पर भी टिप्पणी की। कहा कि अगर हर किसी की बीमारियों का इलाज बाबा के पास ही जाकर हो जा रहा है, तो यह सभी मेडिकल कॉलेज, अस्पताल, सबकुछ बंद कर दो। इनकी क्या आवश्यकता है।  सब बाबा के पास ही जाएंगे। बता दें कि इन दिनों धीरेंद्र शास्त्री अपने चमत्कार को लेकर खासा सुर्खियों में बने हुए हैं। लेकिन, अंधविश्वास निर्मूलन समिति ने उन पर भोलेभाले लोगों को अंधविश्वास के जाल में फंसाने का भी आरोप लगाया है। जिसे लेकर वर्तमान में राजनीतिक तूफान आ चुका है। अब ऐसे में आगामी दिनों में यह तूफान क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

2024 चुनाव को लेकर किया ये दावा

वहीं, सपा नेता ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भी बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में बीजेपी का सूपड़ा साफ होना तय है। इस सरकार के कार्यकाल में युवा वर्ग बेरोजगारी का शिकार हो चुके हैं। उन्हें अपना भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए और अगर इन सबका अगर कोई जिम्मेदार है, तो वो बीजेपी ही है।