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Dhananjay Singh Released From Jail : बाहुबली धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल से रिहा, बताई आगे की रणनीति

Dhananjay Singh Released From Jail : अपहरण और रंगदारी के एक मामले में जौनपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने सात साल कैद की सजा सुनाई थी। धनंजय ने सजा पर रोक की मांग करते हुए अर्जी इलाहाबाद हाईकोर्ट में लगाई थी जहां से उनको 27 अप्रैल को जमानत मिल गई थी। हालांकि हाईकोर्ट ने उनकी सजा को बरकरार रखा है।

नई दिल्ली। जौनपुर से पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह को आखिरकार आज बरेली सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से रिहा होने के बाद धनंजय सिंह कई गाड़ियों के काफिले के साथ जौनपुर रवाना हो गए। जेल से बाहर आने के बाद धनंजय सिंह ने कहा कि मुझे फर्जी मामले में सजा हुई है। उन्होंने कहा कि जिस मामले में मुझे घसीटा गया वो पूरी तरह फर्जी था। माननीय हाईकोर्ट का धन्यवाद जिसने मुझे जमानत दी। धनंजय बोले, अब यहां से मैं सीधे जौनपुर जाऊंगा और अपनी पत्नी श्रीकला के चुनाव में प्रचार करूंगा।

आपको बता दें कि धनंजय सिंह को अपहरण और रंगदारी के एक मामले में जौनपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने सात साल कैद की सजा सुनाई थी। धनंजय ने सजा पर रोक की मांग करते हुए जमानत की अर्जी इलाहाबाद हाईकोर्ट में लगाई थी जहां से उनको 27 अप्रैल को जमानत मिल गई थी। हालांकि हाईकोर्ट ने उनकी सजा पर रोक नहीं लगाई। जमानत से पहले ही उनको जौनपुर जेल से बरेली सेंट्रल जेल ट्रांसफर किया गया था। जिसके बाद आज उनकी रिहाई हो गई।

गौरतलब है कि नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर मुजफ्फरनगर निवासी अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को जौनपुर के लाइन बाजार थाने में अपहरण और रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए धनंजय सिंह पर केस दर्ज कराया था। पुलिस को दी गई तहरीर पर आरोप लगाया गया था कि धनंजय का परिचित विक्रम सिंह अभिनव सिंघल का अपहरण कर पूर्व सांसद के आवास पर ले गया था जहां अभिनव से रंगदारी की मांग की गई। इसी मामले में धनंजय को सात साल की सजा सुनाई गई। इसी के साथ ही धनंजय सिंह जो खुद जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बनाए थे, उनकी मंशा पर पानी फिर गया। इसके बाद बीएसपी ने धनंजय की पत्नी श्रीकला को जौनपुर से टिकट दे दी।