नई दिल्ली। 27 मार्च को पीएम मोदी ने बांग्लादेश के सतखीरा में स्थित मशहूर जशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मंदिर में पूजा-अर्चना के दौरान मां काली को मुकुट पहनाया, उनके चरणों में साड़ी भेंट की। इसके बाद उन्होंने मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। इस मौके पर पीएम मोदी ने मंदिर परिसर में भारत द्वारा निर्माण कराने को लेकर बड़ा ऐलान किया। दरअसल इस मंदिर में अबतक कोई भी कम्यूनिटी हॉल नहीं था। इसकी जरुरत को देखते हुए पीएम मोदी ने वहां पूजा करने के बाद मां काली के भक्तों को तोहफा देते हुए ऐलान किया कि, “मैंने सुना है कि जब यहां मां काली की पूजा का मेला लगता है तो बहुत बड़ी तादाद में भक्त सीमा के उस पार से और यहां से भी आते हैं। यहां पर एक कम्यूनिटी हॉल की आवश्यकता है।”
इसके आगे उन्होंने कहा कि, “ये बहुउद्देशीय हॉल हो ताकि जब काली पूजा के लिए लोग आएं तो उनके भी उपयोग में आए और सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक अवसर पर यहां के लोगों के काम आए और आपदा के समय खासकर चक्रवात के समय ये कम्यूनिटी हॉल सबके लिए शेल्टर का स्थान बन जाए।”
भारत यहां पर इस निर्माण कार्य को करेगी, मैं बांग्लादेश सरकार का आभार मानता हूं कि उन्होंने इस काम के लिए हमारे साथ शुभकामनाएं प्रकट की हैं: प्रधानमंत्री
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 27, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि, “भारत यहां पर इस निर्माण कार्य को करेगी, मैं बांग्लादेश सरकार का आभार मानता हूं कि उन्होंने इस काम के लिए हमारे साथ शुभकामनाएं प्रकट की हैं।”
बता दें कि इस मंदिर को भारत की नजर से देखें तो इसका महत्व काफी बढ़ जाता है। दरअसल यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। इसे सुगंधा शक्तिपीठ कहा जाता है। वहीं इस मंदिर के महत्व की बात करें तो बताया जाता है, जिस जगह पर यह मंदिर स्थित है, वहीं देवी सती की हथेलियां गिरी थी। यह 51 शक्तिपीठों में से एक है। बाद में इस जगह पर एक ब्राह्मण ने मंदिर का निर्माण करवाया था। ये मंदिर करीब 400 साल पुराना बताया जाता है।