अयोध्या। रामनगरी सज-धज कर तैयार है। सुरक्षा का कठोर घेरा अयोध्या को अपनी जद में ले चुका है। भक्तों में उत्साह का माहौल है। भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला बस चंद दिनों बाद भक्तों को दर्शन देने वाले हैं। राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे होनी है। प्राण प्रतिष्ठा का काम पीएम नरेंद्र मोदी अपने हाथों से करेंगे। मोदी ने यजमान बनने के कारण 11 दिन का विशेष अनुष्ठान भी शुरू किया है। कल से 3 दिन यानी 19 से 21 जनवरी तक वो कठोर यम नियम का पालन करते हुए लकड़ी के तख्त पर कंबल बिछाकर लेटेंगे। बताया जा रहा है कि मोदी 21 जनवरी की शाम को ही अयोध्या पहुंच जाएंगे और वहां रात्रि विश्राम करेंगे।
मिल रही जानकारी के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी 22 जनवरी की सुबह अयोध्या में पवित्र सरयू नदी में स्नान करेंगे। वहां घट से जल लेकर वो पहले हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचेंगे और वहां बजरंगबली से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की मंजूरी लेंगे। इसके बाद पीएम मोदी राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे। वहां पूजा-पाठ के बाद दोपहर को 84 सेकेंड के मुहूर्त में वो भगवान रामलला के नए विग्रह की आंखों पर बंधी पट्टी को खोलेंगे। इसके साथ ही भगवान रामलला की राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा पूरी होगी। जानकारी के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा के बाद समाज के विभिन्न वर्गों, जिनमें दलित, पिछड़े और आदिवासी भी होंगे के साथ मोदी भगवान रामलला के दर्शन करेंगे। राम मंदिर को इस भव्य कार्यक्रम के लिए सजाने का काम पूरा किया जा रहा है।
राम मंदिर बनने का काम अभी चलता रहेगा। मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख नृपेंद्र मिश्र के मुताबिक मंदिर का भूतल पूरी तरह तैयार है। पहला तल बन रहा है और उसमें कुछ काम बाकी है। यहां मुख्य शिखर के अलावा 5 और मंडपों पर अन्य शिखर तैयार किए गए हैं। मंदिर के पहले तल पर राम दरबार होगा। वहीं, दूसरे तल पर धार्मिक कार्यक्रम कराने का फैसला श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने किया है। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का सारा काम ट्रस्ट की देखरेख में हो रहा है। अभी यजमान के तौर पर ट्रस्ट सदस्य अनिल मिश्र और उनकी पत्नी से अनुष्ठान कराए जा रहे हैं।