नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के तिरुपति तिरुमला मंदिर में मिलने वाले प्रसादम लड्डू को लेकर एक ऐसा खुलासा हुआ है जिससे करोड़ों हिंदुओं की भावना आहत हो जाएगी। प्रसाद के लिए बनाए जाने वाले इस लड्डू में गाय की चर्बी और मछली का तेल मिले होने की पुष्टि हुई है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की जांच रिपोर्ट में यह चौंकाने वाली बात सामने आई है। आज ही आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल में तिरुपति मंदिर में मिलने वाले प्रसादम यानी लड्डू में देशी घी की जगह जानवर की चर्बी का इस्तेमाल किया जा रहा था।
BREAKING: Test reports show beef fat and fish oil were used in laddoos meant as #Tirupati prasad.
Tirumala is the holiest of Hindu places.
Who will held responsible, punished for this brazen, systematic attack on the faith?pic.twitter.com/oR9Sy18EcL— Abhijit Majumder (@abhijitmajumder) September 19, 2024
आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर में तिरुमला की पहाड़ियों पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर भारत ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां दुनिया भर से रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। ऐसे में भगवान के प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डू में गाय की चर्बी और फिश ऑयल की बात सुनकर हर कोई सकते में है।
वहीं, इससे पहले कर्नाटक मिल्क फेडरेशन का भी इस मामले में बयान आया। इसमें कहा गया कि तिरुमला तिरूपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड ने पिछले चार सालों में उनसे घी नहीं खरीदा है। यह वह समय था जब आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की सरकार थी। जबकि बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि जब से चंद्रबाबू नायडू प्रदेश के सीएम बने हैं तब से उनके नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की सरकार ने उसने नंदिनी घी की आपूर्ति शुरू कराई है।
उधर, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू के आरोपों का पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी की अगुवाई वाली वाईएसआर कांग्रेस खंडन किया था। पार्टी के वरिष्ठ नेता और तिरुमाला तिरुपति देवस्थान (TTD) के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने नायडू के बयानों को ‘दुर्भावनापूर्ण’ बताते हुए राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक गिरने का आरोप लगाया था।