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Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 में साइबर अपराधियों से सावधान, जानें सुरक्षित बुकिंग का सही तरीका, यूपी पुलिस ने जारी किया वीडियो

Mahakumbh 2025: साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट और लिंक के जरिए सस्ते दाम पर बुकिंग का झांसा देकर लोगों के अकाउंट से पैसे उड़ा सकते हैं। कम कीमत में रहने, खाने और घूमने की सुविधा का लालच देकर यह ठग श्रद्धालुओं को जाल में फंसा रहे हैं।

नई दिल्ली। 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का शुभारंभ होने जा रहा है। आस्था की डुबकी लगाने के लिए करोड़ों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार ने भव्य व्यवस्थाएं की हैं। ठहरने के लिए होटल, कॉटेज और गेस्ट हाउस की बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। लेकिन इसी बीच, साइबर अपराधियों ने महाकुंभ को ठगी का जरिया बना लिया है।

फर्जी वेबसाइट और लिंक से ठगी का जाल

साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट और लिंक के जरिए सस्ते दाम पर बुकिंग का झांसा देकर लोगों के अकाउंट से पैसे उड़ा सकते हैं। कम कीमत में रहने, खाने और घूमने की सुविधा का लालच देकर यह ठग श्रद्धालुओं को जाल में फंसा रहे हैं।

इससे बचाव के लिए यूपी पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक अवेयरनेस वीडियो शेयर किया है। इसमें बताया गया है कि इन ठगों से कैसे सावधान रहें और महाकुंभ में ठहरने की सही प्रक्रिया क्या है।

सुरक्षित बुकिंग का सही तरीका

वीडियो में बॉलीवुड एक्टर संजय मिश्रा भी नजर आते हैं। उन्होंने कहा,
“साइबर अपराधी फेक वेबसाइट और लिंक के जरिए आपको चूना लगाने की कोशिश करेंगे, लेकिन आपको सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट kumbh.gov.in पर जाना है। यहां होटल, गेस्ट हाउस और कॉटेज की सूची उपलब्ध है। उसमें से अपनी पसंद की जगह चुनें और बुकिंग करें।”

यूपी पुलिस की अपील

यूपी पुलिस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
“महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाएं, लेकिन साइबर स्कैम के जाल में न फंसें। सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट से बुकिंग कराएं। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।”

Mahakumbh mela

पुलिस ने अधिकृत ठहरने के स्थानों की सूची का लिंक भी साझा किया है, जिसे डाउनलोड कर श्रद्धालु होटल, गेस्ट हाउस और कॉटेज की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

श्रद्धालुओं के लिए सतर्कता जरूरी

महाकुंभ जैसे आयोजनों में साइबर अपराधियों के सक्रिय होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए सतर्क रहना और सही स्रोत से जानकारी लेना जरूरी है। फर्जी वेबसाइट या अनजाने लिंक से बचें और केवल पंजीकृत पोर्टल पर ही भरोसा करें।