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भदोही: मां ने 5 बच्चों को नदी में फेंका, यूपी पुलिस का खुलासा इसकी वजह खाना मिलना नहीं बल्कि पारिवारिक विवाद

उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। जहांगीराबाद में एक महिला ने अपने पांच बच्चों को गंगा नदी में फेंक दिया।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। जहांगीराबाद में एक महिला ने अपने पांच बच्चों को गंगा नदी में फेंक दिया। इसके पीछे जो वजह खबरों के जरिए लोगों तक पहुंची उसमें बताया गया कि लॉकडाउन के दरम्यान भोजन नहीं होने की वजह से भदोही की इस महिला मंजू देवी ने अपने पांच बच्चों को गंगा नदी में फेंक दिया और खुद भी कूद गई हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में वह तैरकर गंगा पार कर गई और उसके बच्चों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

पुलिस गोताखोरों की मदद से उसके बच्चों को तलाश करने में लगी है वहीं यूपी पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम पर आई खबर को झूठा बताते हुए के बेहद ही चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि ऐसी खबर आ रही थी कि मंजू देवी ने अपने 5 बच्चों को भूखमरी के कारण गंगा नदी में डुबाया जो बिल्कुल गलत है। मंजू देवी ने ऐसा नहीं किया है। इसके पीछे अन्य कारण द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। मंजू देवी के घर में खाना बना है फोटो से स्पष्ट है कि भुखमरी के कारण बच्चों को नदी में नहीं डुबाया गया है।


यूपी के भदोही पुलिस ने मंजू देवी का बयान भी पोस्ट किया जिसमें वह कह रही है कि भूखमरी की वजह से नहीं अपने पति से विवाद की वजह से उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने ट्वीट डालते हुए लिखा है कि मंजू देवी ने अपने 5 बच्चों को भूखमरी के कारण गंगा नदी में नहीं डुबाया है। अन्य कारण द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। मंजू देवी के बयान से स्पष्ट है कि भूखमरी के कारण बच्चों को नदी में नहीं डुबाया गया है।

पहले खबर आई थी कि लॉकडाउन के बीच भोजन न होने पर मां ने 5 बच्चों को नदी में फेंका

उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। जहांगीराबाद में एक महिला ने अपने पांच बच्चों को गंगा नदी में फेंक दिया।


घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और बच्चों को खोजने के लिए गोताखोरों को लगाया। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ लग रही है।


इस बीच, सूत्रों ने कहा कि महिला ने पहले कहा था कि उसे और उसके बच्चों को लॉकडाउन में खाना नहीं मिल रहा है और पैसे की आमदनी भी रुक गई थी, क्योंकि वह दिहाड़ी मजदूर थी।


एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता बच्चों को जल्द से जल्द खोज कर निकालना है, हम बाद में अन्य जांच करेंगे।”