नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के बगावती तेवर ने महाविकास अघाड़ी की सरकार के नेताओं की नींद उड़ाकर रख दी है। उद्धव सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। माना जा रहा है कि सीएम उद्धव अब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। शिंदे के बगावती तेवर के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बैठक का सिलसिला जारी है। इससे पहले कैबिनेट की बैठक बुलाई थी, जिसमें आठ मंत्री नदारद भी रहे हैं। इसके बाद अब विधायकों की बैठक भी बुलाई गई है। बैठक के संदर्भ में शिवसेना की तरफ व्हिप भी जारी किया जा चुका है, जिसमें स्पष्ट है कि अगर कोई विधायक बैठक में शरीक नहीं होता है, तो पार्टी से निष्काषित माना जाएगा। वहीं, संजय राउत मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में अपनी हार पहले ही मान चुके हैं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि ज्यादा से ज्यादा क्या होगा। सरकार जाएगी। विधानसभा भंग होगा। सरकार फिर बन जाएगी। उनके बयान के बाद से माना जा रहा है कि शिवसेना अब यह मान चुकी है कि उनकी सरकार जाने वाली है।
उधर, बागी शिंदे लगातार दावा कर रहे हैं कि उन्हें 46 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिमसें से 34 बीजेपी के विधायक है और बाकी के निर्दलीय हैं। वहीं, शिंदे ने शिवसेना के व्हीप के जवाब में समर्थित विधायकों द्वारा लिखित पत्र भी जारी किया है, जिसमें उनके पाले में गए विधायकों ने साफ कर दिया है कि यह शिंदे के पाले में गए विधायक किसी भी कीमत पर अपना पाला बदलने के मूड में नहीं हैं। उधर, एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी अपनी तरफ से सरकार को बचाने में पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अब अब इसी बीच उद्धव फेसबुक पर संबोधन में करने वाले हैं। मगर उससे पहले खबर आई है कि उद्धव पहले शरद पवार से बैठक करेंगे। जिसके बाद वे फेसबुक पर संबोधन करेंगे।
उद्धव ठाकरे का संबोधन
उन्होंने कहा कि मैं बालासाहब का सैनिक हूं और हिंदुत्व की विचारधारा का समर्थक हूं। इसके अलावा मैं साफ कर देता हूं कि मैं हिंदुत्व के साथ हूं। हम हिंदुत्व का साथ नहीं छोड़ सकता हूं। मैं बागियों पर बात नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि शिवसेना को हिंदुत्व की विचारधारा पर ज्ञान देने की जरूरत नहीं हैं। वहीं, अगर आपको मुझसे कोई समस्या थी तो आप मुझसे कह देते कि आपको मुझसे समस्या है। मैं यही इस्तीफा दे देता।
If any MLA wants me to not continue as the CM, I am ready to take all my belongings from Versha Bungalow (official residence of the CM) to Matoshri: Maharashtra CM Uddhav Thackeray pic.twitter.com/kciNQsijer
— ANI (@ANI) June 22, 2022
आपको सूरत जाने की क्या जरूरत आन पड़ी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि मैं शिवसेना के प्रमुख से भी इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। लेकिन मैं साफ कर देता हूं कि मैं सामान्य शिवसैनिकों के साथ हूं। लेकिन अगर कोई कहता है कि आप नहीं, बल्कि किसी दूसरे शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाया जाए, तो मैं इसके लिए तैयार हूं। मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है। मगर जिस तरह से इधर-उधर से बातें आ रही है, वो सही नहीं है। अगर आपको मुझ से कोई समस्या थी तो आप मुझसे बात कर सकते थे। उधर, उद्धव ने अपने संबोधन में कहा कि शिवसैनिक गद्दारी न करें, यानी की वो कहीं न कहीं एकनाथ शिंदे के गुटे में शामिल होने वाले विधायकों को गद्दार करार दे रहे हैं। बता दें कि एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके पक्ष में 46 विधायक हैं, जिसमें से 34 विधायक शिवसेना के शामिल हैं। उधर, उनके गुट के विधायकों ने बाकायदा पत्र लिखकर समर्थन का ऐलान किया है।
हिंदुत्व पर उद्धव ठाकरे ने रखी अपनी राय
उद्धव ठाकरे ने कहा कि कई लोग कहते हैं कि मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया मैं लोगों से मिलता नहीं लेकिन यह सब बिल्कुल भी ठीक नहीं है बीच के समय में मेरी सर्जरी हुई थी इसलिए मैं लोगों से मिलजुल नहीं पा रहा था यह बात सच है लेकिन अब मैं लोगों से मिल रहा हूं हिंदुत्व तो हमारी चांस है जिसे हम कभी छोड़ नहीं सकते यह आरोप बेबुनियाद हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे इस बात का दुख नहीं है कि मुझ पर आरोप लग रहे हैं या मेरे ऊपर हमला किया जा रहा है लेकिन मुझे दुख इस बात का है कि यह हमला करने वाला कोई और नहीं मेरा अपना ही शख्स है जो मुझे अंदर तक तोड़ रहा है जो विधायक गायब हैं या जी ने गायब किया गया है मैं अपना इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं मैं अपना इस्तीफा रेडी रखता हूं। उधर, खबर है कि वे सीएम आवास को छोड़ देंगे और अपने आवास मातोश्री से ही काम करेंगे।