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UP Nikay Chunav 2023: आजम को तगड़ा झटका, हाथ से निकला स्वार सीट का गढ़, BJP गठबंधन के मुस्लिम प्रत्याशी ने लहराया परचम

UP Nikay Chunav 2023: स्वार टांडा सीट से पहले सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम विधायक थे, लेकिन फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधायकी रद्द कर दी गई थी। इतना ही नहीं, फर्जी प्रमाणपत्र के अलावा उन्हें हरिद्वार में हाईवे जाम करने के मामले में भी उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई थी।

नई दिल्ली। आज चुनावी नतीजों का दिन है। कर्नाटक से लेकर यूपी निकाय चुनाव और उपचुनाव के रुझान सामने आ रहे हैं। कर्नाटक में जहां कांग्रेस बाजी मारती हुई नजर आ रही है, तो वहीं यूपी नगर निकाय चुनाव में बीजेपी का जलवा बरकरार है। इस बीच आजम खान का गढ़ कहे जाने वाले स्वार सीट पर सपा को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, इस सीट पर स्वार टांडा से अपना दल के शफीक अंसारी की ने बड़ी जीत हासिल की है, जिसे बीजेपी के लिए शुभ संकेत के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि बीजेपी और अपना दल ने चुनाव में उतरने से पहले गठबंधन किया था। ऐसे में अपना दल के शफीक अंसारी की जीत बीजेपी के लिए खास हो जाती है।

azam khan and abdullah azam
सपा के कद्दावर नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम की फाइल फोटो।

बता दें कि स्वार टांडा सीट से पहले सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम विधायक थे, लेकिन फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधायकी रद्द कर दी गई थी। इतना ही नहीं, फर्जी प्रमाणपत्र के अलावा उन्हें हरिद्वार में हाईवे जाम करने के मामले में भी उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई थी। ध्यान दें कि जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत जब किसी राजनेता को किसी मामले में दो साल या उससे अधिक की सजा सुनाई जाती है, तो उसकी विधायकी रद कर दी जाती है। ऐसा ही कुछ बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ भी हुआ था। जब मोदी सरनेम पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर उन्हें तीन साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद उनकी लोकसभा सदस्यता रद कर दी गई थी।  वहीं, इससे पहले सपा के वरिष्ठ नेता आजम खा की हेट स्पीच मामले में रामपुर से विधायकी रद कर दी गई थी।

azam khan

दरअसल, आजम खान सीएम योगी पर विवादास्पद टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद उनके खिलाफ उक्त कार्रवाई की गई थी। वहीं, आजम खान की विधायकी रद होने के बाद रिक्त हुई रामपुर सीट से बीजेपी ने आकाश सक्सेना को चुनावी मैदान में उतारा गया था, जहां उन्होंने भारी जीत दर्ज की थी। करीब दो दशक बाद किसी हिंदू प्रत्याशी ने रामपुर से जीत हासिल की है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में सूबे की राजनीति में स्थिति कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए बने रहिए। न्य़ूज रूम पोस्ट.कॉम