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Nitish Kumar: बीजेपी संग फिर लौटने की चर्चा के बीच नीतीश कुमार का आरजेडी को झटका!, रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले लालू के करीबी मंत्री चंद्रशेखर को शिक्षा विभाग से हटाया

Nitish Kumar: पिछले कई दिनों से सियासी चर्चा तेज है कि बिहार के सीएम और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार फिर बीजेपी के साथ जा सकते हैं। चर्चा ये भी है कि नीतीश कुमार आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से नाराज हैं। अब नीतीश कुमार ने जो कदम उठाया है, उससे ये चर्चा और तेज हो गई है।

पटना। पिछले कई दिनों से सियासी चर्चा तेज है कि बिहार के सीएम और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार फिर बीजेपी के साथ जा सकते हैं। चर्चा ये भी है कि नीतीश कुमार आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से नाराज हैं। इन चर्चाओं पर नीतीश कुमार या लालू यादव की तरफ से तो अब तक कुछ नहीं कहा गया, लेकिन अब नीतीश कुमार ने जो कदम उठाया है उससे लालू और उनके बीच तल्खी की चर्चाओं को और बल मिला है। दरअसल, नीतीश कुमार ने अपने मंत्रीमंडल में लालू की आरजेडी के कोटे से 3 मंत्रियों का विभाग बदल दिया है। जिन मंत्रियों के विभाग बदले गए हैं, उनमें शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर भी हैं। चंद्रशेखर ने रामचरितमानस और हिंदू धर्म के बारे में विवादित टिप्पणियां की थीं। चंद्रशेखर की जगह अब शिक्षा विभाग आलोक मेहता को दिया गया है। आलोक मेहता पहले भूमि सुधार और राजस्व देखते थे। उनका विभाग अब ललित यादव देखेंगे।

चंद्रशेखर को शिक्षा विभाग के मंत्री पद से हटाकर नीतीश ने गन्ना और उद्योग विभाग दिया है। इससे माना जा रहा है कि उन्होंने विवादित बयान देने वाले चंद्रशेखर के पर कतरे हैं। चंद्रशेखर को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और लालू यादव का करीबी माना जाता है। ऐसे में अब चर्चा इसकी हो रही है कि शिक्षा विभाग से गन्ना और उद्योग विभाग का चंद्रशेखर को मंत्री बनाकर क्या नीतीश ने लालू और तेजस्वी यादव को अपनी नाराजगी का सीधा संकेत दिया है? खास बात ये है कि जब चंद्रशेखर ने रामचरितमानस और हिंदू धर्म के बारे में विवादित बयान दिए थे, तो खुद नीतीश कुमार ने उनको इस तरह के बयान न देने के लिए भी कहा था। फिर भी चंद्रशेखर विवादित बयान देते रहे थे। जिसकी वजह से नीतीश कुमार को भी सवालों के घेरे में आना पड़ रहा था।

Chandrashekhar

चंद्रशेखर ने जनवरी 2023 में रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों का हवाला देकर इसे नफरत फैलाने वाला ग्रंथ कहा था। इसके अलावा चंद्रशेखर ने मनुस्मृति के बारे में विवादित बात कही थी। इसके अलावा पिछले साल सितंबर में चंद्रशेखर ने रामचरितमानस की तुलना खतरनाक जहर पोटेशियम साइनाइड से की थी। आरजेडी के विधायक फतेह बहादुर के राम मंदिर पर विवादित पोस्टर के भी समर्थन में चंद्रशेखर ने बीते दिनों बयान दिया था। अब सबकी नजर इस पर है कि नीतीश कुमार अब क्या कोई नया कदम उठाते हैं और बीजेपी के प्रति उनका रुख क्या रहता है।