नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में करारी शिकस्त मिलने के बाद अब कांग्रेस (Congress) पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है। दावा किया जा रहा है कि आधे से ज्यादा कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं। ये दावा करने वाला कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक भरत सिंह (Congress leader Bharat Singh) है। उनके इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गयी है। आपको बता दें कि बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक हैं। ऐसे में आधे से ज्यादा विधायकों के कांग्रेस से जाने पर पार्टी को तगड़ा झटका लग सकता है।
भरत सिंह ने इन नामों में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा को भी शामिल किया और कहा कि वे भी पार्टी तोड़ना चाहते हैं। उन्होंने पार्टी छोड़ने वाले 11 कांग्रेस विधायकों को उकसाने और उनका मार्गदर्शक करने का आरोप कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सदानंद सिंह पर लगाया है। उन्होने कहा कि राज्यपाल कोटे से अभी एमएलसी का नॉमिनेशन होना है। ऐसे में सदानंद सिंह और मदन मोहन झा एमएलसी बनने की फिराक में हैं।
इसके साथ ही भरत सिंह ने कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन के खिलाफ अपनी नाराजगी भी जाहिर की और कहा कि वह शुरू से इस गठबंधन के खिलाफ रहे। उन्होंने कहा है कि पार्टी में अभी कुछ भी सही नहीं चल रहा है। कुछ लोग पार्टी विरोध गतिविधियों में लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, कांग्रेस प्रदेश मदन मोहन झा और वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह जैसे लोग पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। वहीं कांग्रेस आलाकमान ने भरत सिंह के बयान को खारिज कर दिया।