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Violence In Kolkata! बीजेपी ने कोलकाता के दो इलाकों में लगाया सांप्रदायिक हिंसा का आरोप, सीएम ममता बनर्जी पर भी लगाई तोहमत, केंद्रीय बल तैनात करने की मांग

बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मोमिनपुर और इकबालपुर इलाकों में रविवार को सांप्रदायिक हिंसा होने का आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने इस बारे में अमित शाह को चिट्ठी भेजी है। आरोप है कि रविवार को कोजागरी लक्ष्मी पूजा के दौरान दूसरे समुदाय की दुकानों वगैरा पर हमले हुए।

कोलकाता। बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मोमिनपुर और इकबालपुर इलाकों में रविवार को सांप्रदायिक हिंसा होने का आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी भेजी है। शुभेंदु ने आरोप लगाया है कि रविवार को कोजागरी लक्ष्मी पूजा के दौरान एक समुदाय के लोगों ने दूसरे समुदाय की दुकानों वगैरा पर हमले किए। उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि हिंसा के दौरान इकबालपुर थाने में भी जमकर तोड़फोड़ की गई। शुभेंदु अधिकारी ने अपने आरोपों के समर्थन में वीडियो भी अमित शाह को भेजा है।

शुभेंदु के मुताबिक पुलिसिया इंतजाम नाकाफी दिख रहे थे। उन्होंने ये आरोप भी लगाया है कि राज्य की सीएम और गृह विभाग देख रहीं ममता बनर्जी ने हिंसा को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए। शुभेंदु ने इस साल जून में बंगाल के पांचला में हुई सांप्रदायिक हिंसा का उदाहरण देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री से तत्काल हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती करने की अपील की है। उनका कहना है कि एक शांतिप्रिय समुदाय के लोगों को बचाने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती तुरंत मोमिनपुर और इकबालपुर में की जानी चाहिए। बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी कोलकाता में हिंसा के वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किए हैं। इन वीडियो में तोड़फोड़ और आगजनी दिख रही है। Newsroom Post इन वीडियो की पुष्टि नहीं करता।

बता दें कि बंगाल में पिछले विधानसभा चुनावों के बाद भी जमकर हिंसा हुई थी। तब बीजेपी के समर्थकों को चुन-चुनकर निशाना बनाया गया था। महिलाओं से रेप के आरोप भी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं पर लगे थे। यहां तक कि बंगाल के एक इलाके से लोग पलायन कर असम भी चले गए थे। उन मामलों की सीबीआई जांच चल रही है। सीबीआई ने चुनाव बाद हिंसा के मामलों में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था।