नई दिल्ली। अपनी किताबों को लेकर विवादों में घिरी और अपने देश से अलग भारत में रह रही लेखिका तस्लीमा नसरीन ने भारत में रह रहे मुसलमानों से राम मंदिर निर्माण को लेकर जो कहा है उसके बाद से इस पर चर्चा तेज हो गई है। तस्लीमा नसरीन लगातार अपने बयानों की वजह से विवादों में रहती हैं और इसकी वजह से उनका जमकर विरोध भी होता रहता है। लेकिन इस बार बांग्लादेश मूल की अंतर्राष्ट्रीय लेखिका तसलीमा नसरीन ने जो बयान दिया है उससे विवाद नहीं बढ़ा बल्कि उनके इस बयान पर लोग चर्चा के मूड में नजर आ रहे हैं।
तस्लीमा नसरीन ने इस बार अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर बयान दिया है और मुस्लिम लोगों से अपील की है कि भारत में बन रहे इस मंदिर के लिए धन जुटाने के काम में वह भी आगे आएं और बढ़ चढ़कर इसमें हिस्सा लें।
आपको बता दें कि इससे पहले जब नबंवर 2019 में राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था और इसमें मुसलमानों को 5 एकड़ जमीन दिए जाने का आदेश दिया गया था तब तस्लीमा ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर सवाल उठाया था। उन्होंने तब कहा था कि अयोध्या में हिंदुओं जितनी जमीन राम मंदिर निर्माण के लिए दी गई उतनी ही जमीन मुसलमानों को भी मिलनी चाहिए जबकि कोर्ट ने मुसलमानों को पांच एकड़ ज़मीन दी थी। तब तस्लीमा नसरीन ने कहा था कि दोनों की जमीनों पर स्कूल और अस्पताल बनवा देना चाहिए था। अगर वह जज होती तों वह ऐसा ही फैसला देतीं।
Muslims in Ayodhya are donating to VHP’s crowdfunding drive for the Ram temple. Faizabad native Wasi Haider & Shah Bano donated Rs 12,000 & Rs 11,000. Iqbal Ansari said “I will definitely donate.If Muslims donate, it will strengthen harmony and cement their bonding with Hindus.”
— taslima nasreen (@taslimanasreen) January 17, 2021
लेकिन इस बार उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि ‘अयोध्या में राम मंदिर के लिए कई मुसलमान वीएचपी के अभियान में दान दे रहे हैं। मुसलमानों को मंदिर के लिए धन जुटाने के लिए आगे आना चाहिए…
इससे पहले तसलीमा नसरीन ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर कहा था कि अगर भारत के अधिकांश हिंदू चाहते हैं कि राम मंदिर का निर्माण हो तो इसे बनने देना चाहिए। हिंदूओं को भी मुसलमानों की तरह धार्मिक और कट्टरपंथी होने का पूरा अधिकार है, उन्होंने यह भी कहा था कि यदि आप एक हिंदू हैं तो आपको धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए, यह आवश्यक नहीं है।