रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक तरफ ब्यूरोक्रेट के खिलाफ ईडी का एक्शन जारी है। वहीं, बीजेपी ने अब भूपेश बघेल की सरकार पर गोबर घोटाला करने का आरोप लगाया है। बीजेपी का दावा है कि बिहार में लालू यादव की सरकार के दौरान हुए चारा घोटाले से भी बड़ा छत्तीसगढ़ का गोबर घोटाला है। वहीं, राज्य सरकार इसमें किसी तरह के घोटाले से इनकार कर रही है। कुल मिलाकर अब ये मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता विपक्ष और बीजेपी के नारायण चंदेल ने गोबर घोटाले का आरोप सरकार पर लगाया।
नारायण चंदेल ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में कहा कि सरकार गोठान के बारे में गलत जानकारी दे रही है। चंदेल ने कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू से पूछा कि किस कोल्ड स्टोरेज में गोबर रखा है, ये भी बता दें। वहीं विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि सरकार ने करीब 246 करोड़ रुपए का गोबर खरीदा है। इसमें 17 करोड़ का गोबर बेचा गया। फिर 229 करोड़ कीमत का गोबर कहां गया। दूसरी तरफ पूर्व नेता विपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कृषि मंत्री बदल गए, लेकिन गौठान दिखाने हमें नहीं ले गए। कौशिक ने कहा कि गोबर का घोटाला लालू राज के चारा घोटाले से बड़ा है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र में गौठान और गोबर पर सरकार को घेरा.
गौठान के नाम पर पूरे छत्तीसगढ़ मे घोटाला हो रहा है.करीब 246 करोड़ का गोबर खरीदा गया है और सरकार की ओर से 17 करोड़ का गोबर बेचा गया है,फिर 229 करोड़ का गोबर कहां गया?ये चारा घोटाला से भी बड़ा गोबर घोटाला है. pic.twitter.com/qojQJIVcK1— Shivratan Sharma (@SHIVRATAN__BJP) July 21, 2023
विधायक शिवरतन शर्मा ने आरोप लगाया कि गोठान के नाम पर पूरे छत्तीसगढ़ में घोटाला किया जा रहा है। उधर, विधायक रामपुकार सिंह ने रेडी टू ईट के साथ बीज सप्लाई करने पर मंत्री अनिल भेड़िया से सवाल पूछा। भेड़िया ने जब बताया कि इस मामले में गुड्डू नाम का आपूर्तिकर्ता है, तो विधायक रामपुकार सिंह ने कहा कि आपूर्ति करने वाला छत्तीसगढ़ से बाहर का है। कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू ने गोबर घोटाले के आरोपों को इसके बाद गलत बताया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 10336 गौठान को मंजूरी मिली है। इनमें से 10240 गौठान बने हैं। उन्होंने बताया कि जनवरी 2019 से इस साल जून तक 12319845.64 क्विंटल गोबर सरकार ने खरीदा है। जिसके लिए करीब 24639 रुपए भुगतान किया। अब तक 291 करोड़ का गोबर बेचा जा चुका है। जिससे सरकार के खजाने को फायदा हुआ है।