नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पालघर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना के पीछे भाजपा लेफ्ट कनेक्शन देख रही है। भाजपा के नेशनल सेक्रेटरी सुनील देवधर ने आईएएनएस से घटना के पीछे वामपंथियों का हाथ बताया है। सुनील देवधर के मुताबिक आदिवासी कभी भगवाधारी पर हमला नहीं कर सकते। आरएसएस के लंबे समय तक प्रचारक रहे और महाराष्ट्र के मूल निवासी सुनील देवधर इन दिनों त्रिपुरा के प्रभारी होने के साथ आंध्र प्रदेश के सह प्रभारी हैं। सुनील देवधर ने सोमवार को इसको लेकर कई ट्वीट भी किए।
उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, “आदिवासी कभी भगवाधारी पर हमला कर नहीं सकते। पालघर की हत्याएं चोर नहीं बल्कि साधु हैं, यह जान कर ही की गई। वर्षों से वामपंथियों का गढ़ रहे इस दहानू क्षेत्र का एमएलए भी सीपीएम-एनसीपी गठबंधन का है। हमलावरों को आदिवासी नहीं बल्कि मार्क्सवादी हत्यारे कहना ही उचित होगा।”
No adivasi in India can attack a saffron clad person unless brainwashed over years.
The #palgharlynching area is a communists’ bastion, even the Local (Dahanu) MLA belongs to @cpimspeak.
Horrific #moblynching of 2 pious seers by Marxist goons in anarchy rule of @OfficeofUT pic.twitter.com/LMJ0SXCKuP— Sunil Deodhar (@Sunil_Deodhar) April 20, 2020
सुनील देवधर ने मॉब लिंचिंग के वायरल हुए वीडियो में एनसीपी और सीपीएम के नेताओं के मौजूद होने की बात कही।
स्थानीय लोगों के अनुसार वो शख़्स शरद पावर जी के NCP का ज़िला पंचायत सदस्य काशीनाथ चौधरी है। उसके साथ विष्णु पातरा, सुभाष भावर और धर्मा भावर ये तीन CPM के पंचायत सदस्य भी वहाँ थे।#पालघर_के_गुनहगार@RajatSharmaLive @sudhirchaudhary
@ArnabGoswamiRtv @navikakumar https://t.co/7vCuITtmqi— Sunil Deodhar (@Sunil_Deodhar) April 20, 2020
सुनील देवधर के इस दावे के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी ट्वीट कर कहा, “महाराष्ट्र सरकार को जवाब देना होगा। एनसीपी और सीपीआई(एम) के नेता नेता पालघर की उस अमानवीय भीड़ में क्या कर रहें थे?आप लोग गठबंधन की सरकार चलाते हैं, इसका ये अर्थ नहीं है की आप एक दूसरे के पापों पर पर्दा डालेंगे।”
इस भयावह विडीओ में ये जो शख़्स पीले और सफ़ेद T Shirt में खड़ा है ..कोई महाराष्ट्र का व्यक्ति बता सकता है ये कौन है?
इससे भी गुत्थी सुलझेगी। pic.twitter.com/tzhbOYefMd— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
महाराष्ट्र सरकार को जवाब देना होगा:
NCP और CPI(M) के नेता पालघर के उस अमानवीय भीड़ में क्या कर रहें थे?
आप लोग गठबंधन की सरकार चलाते है इसका ये अर्थ नहीं है की आप एक दूसरे के पापों पर पर्दा डालेंगे।
संतो की हत्या या साज़िश?? https://t.co/vb2RuWkoyF— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
बता दें कि देश में जारी लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र के पालघर जिले में बीते दिनों भीड़ ने दो साधु और एक ड्राइवर को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था। मौके पर मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
रविवार को वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना मे अब तक 110 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
पालघर की घटना पर भाजपा राजनीति कर रही : कांग्रेस
कांग्रेस ने पालघर की घटना के मुद्दे पर राजनीति करने के लिए भाजपा को फटकार लगाई है। पालघर में भीड़ ने तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। कहा गया है कि पुलिस की मौजूदगी में यह क्रूर घटना हुई। जयराम रमेश ने कहा, “भाजपा, समाज के इतिहास में बहुत ही विचलित कर देने वाले समय में राजनीति कर रही है। कांग्रेस इस पर विस्तृत बयान जारी करेगी।”
यह घटना महाराष्ट्र में हुई है और कांग्रेस यहां की गठबंधन सरकार में सहयोगी है। पालघर में गुरुवार को भीड़ ने बच्चा चुराने की अफवाह उड़ने के बाद तीन लोगों की हत्या कर दी थी। स्वामी कल्पवृक्ष गिरि, स्वामी सुशील गिरि और उनके चालक नीलेश तेलगड़े पर गुरुवार रात हमला किया गया था और अफवाहें फैलाई गईं थीं कि वे बच्चों की किडनी और अन्य अंग निकालने के लिए उनका अपहरण कर लेते हैं।
पुलिस मौके पर पहुंची और जब उन्होंने पीड़ितों को पुलिस की गाड़ी में डाला तो भीड़ ने उन पर फिर से हमला कर दिया। इस घटना में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। जैसे-तैसे तीनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस सिलसिले में 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।