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Will BJP win Mainpuri Bypoll? मुलायम सिंह के गढ़ रहे मैनपुरी को सपा से छीन सकती है बीजेपी, बस करना होगा ये काम

समाजवादी पार्टी (सपा) के सुप्रीमो रहे मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यूपी के मैनपुरी में लोकसभा उप चुनाव होने वाले हैं। इस सीट के लिए 17 नवंबर तक परचे दाखिल किए जा सकेंगे। 21 नवंबर तक नाम वापस हो सकेंगे। 5 दिसंबर को वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को वोटों की गिनती की जाएगी। यहां से सपा ने डिंपल यादव को उतारा है।

मैनपुरी। समाजवादी पार्टी (सपा) के सुप्रीमो रहे मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यूपी के मैनपुरी में लोकसभा उप चुनाव होने वाले हैं। इस सीट के लिए 17 नवंबर तक परचे दाखिल किए जा सकेंगे। 21 नवंबर तक नाम वापस हो सकेंगे। 5 दिसंबर को वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को वोटों की गिनती की जाएगी। मैनपुरी सीट को मुलायम सिंह यादव परिवार के गढ़ के तौर पर जाना जाता है। यहां से सपा ने अपने अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उम्मीदवार के तौर पर उतारा है। मैनपुरी में हमेशा सपा का प्रत्याशी ही जीतता रहा है, लेकिन इस बार यूपी में सत्तारूढ़ बीजेपी इस सीट को जीतने के लिए तमाम दांव-पेच लगाने में जुटी है। बीजेपी इस सीट को जीत सकती है, लेकिन उसे समाज के कुछ खास वर्गों के वोटों को एकमुश्त अपने पाले में करना होगा। तो चलिए, आपको बताते हैं कि वो कौन से सामाजिक समीकरण हैं, जिनकी वजह से मैनपुरी की सीट मुलायम सिंह के परिवार का गढ़ मानी जाती है और बीजेपी को क्या करना होगा।

dimple yadav

अगर मैनपुरी के वोटरों की संख्या को देखें, तो यहां सबसे ज्यादा यादव हैं। मैनपुरी में यादव वोटों की संख्या करीब 4.25 लाख है। इसके अलावा 55000 मुस्लिम हैं। इन दोनों वर्गों के वोटों को मिलाकर अब तक मुलायम का खानदान यहां से संसद पहुंचता रहा है। इस बार भी डिंपल यादव को इन्हीं वर्गों के वोटों का सहारा है। माना जा रहा है कि यादव और मुस्लिम वोटर उनके पक्ष में वोट देंगे। वहीं, अगर बीजेपी को इस सीट पर जीत हासिल करनी है, तो उसे मैनपुरी के शाक्य वोटरों के अलावा दलित, लोधी और ब्राह्मणों के वोट एकमुश्त लेने होंगे।

BJP

बीजेपी को डिंपल को हराने के लिए 3.25 लाख शाक्य, 1.20 लाख दलित, 1 लाख लोधी और 1.10 लाख ब्राह्मण वोटरों को अपने पाले में करना होगा। ये काम अगर बीजेपी कर ले गई, तो उसे मैनपुरी सीट मुलायम के परिवार से छीनने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। यहां दूसरे नंबर पर शाक्य वोटर हैं। इसी वजह से माना जा रहा है कि इसी वर्ग से बीजेपी कोई उम्मीदवार मैनपुरी में डिंपल यादव के मुकाबले उतारेगी। चर्चा है कि प्रेम सिंह शाक्य, रघुराज सिंह शाक्य और ममतेश शाक्य में से किसी को मैनपुरी से बीजेपी टिकट देगी। अब पेच ये भी है कि शाक्य को क्या लोधी, दलित और ब्राह्मण वोट देंगे? 8 दिसंबर को इस सवाल का जवाब मिल जाएगा।