नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का पर खंडन करते हुए भाजपा नेता पीयूष गोयल ने राहुल गांधी पर निवेशकों को गुमराह करने और बाजार में भय पैदा करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। गुरुवार को राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर “शेयर बाजार घोटाले” का आरोप लगाया था। इन दावों का जवाब देते हुए गोयल ने कहा कि गांधी अभी भी लोकसभा चुनावों में हार से उबर नहीं पाए हैं और अब बाजार के निवेशकों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं।
गोयल ने कहा, “राहुल गांधी अभी भी लोकसभा चुनावों में हार से उबर नहीं पाए हैं। अब वे बाजार के निवेशकों को गुमराह करने की साजिश कर रहे हैं। आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।” म्यूचुअल फंड की वृद्धि पर प्रकाश डालते हुए गोयल ने कहा कि इसका आकार 2014 में ₹10 लाख करोड़ से बढ़कर ₹56 लाख करोड़ हो गया है। उन्होंने इस वृद्धि से घरेलू निवेशकों को मिलने वाले लाभों पर जोर दिया और आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। गोयल ने कहा, “मोदी सरकार के तहत पिछले एक दशक में हमारा बाजार पूंजीकरण पहली बार 5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो गया है। आज भारत का इक्विटी बाजार बाजार पूंजीकरण के मामले में शीर्ष पांच वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है।”
#WATCH | BJP leader Piyush Goyal says, “Rahul Gandhi has still not overcome the loss in the Lok Sabha Elections. Now, he is conspiring to mislead the market investors. Today, India has become the fifth-largest economy…” pic.twitter.com/gVbp0ZvX7Z
— ANI (@ANI) June 6, 2024
गोयल की टिप्पणी राहुल गांधी के उन आरोपों के जवाब में आई है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को शेयर बाजार में हेरफेर की योजना में सीधे तौर पर शामिल बताया था। गांधी ने सवाल किया था कि मोदी और शाह ने शेयर बाजार में निवेश करने वाले पांच करोड़ परिवारों को निवेश सलाह क्यों दी और दोनों Interview एक ही मीडिया को क्यों दिए गए, जिसका स्वामित्व बाजार हेरफेर के लिए सेबी की जांच के तहत एक व्यावसायिक समूह के पास है।
“प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने शेयर बाजार में निवेश करने वाले पांच करोड़ परिवारों को निवेश की सलाह क्यों दी? क्या निवेश सलाह देना उनका काम है? दोनों साक्षात्कार एक ही मीडिया को क्यों दिए गए, जिसका स्वामित्व बाजार हेरफेर के लिए सेबी की जांच के तहत एक बिजनेस ग्रुप के पास है?” गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस तरह के तमाम सवाल किए।