
नई दिल्ली। किसी ना किसी मसले को लेकर बीजेपी केजरीवाल सरकार को निशाने पर लेती ही रहती है। अब इसी बीच बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस वार्ता कर सीएम केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल बेतुके बयान करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल झूठ की फैक्ट्री बन चुके हैं। वे अपनी विश्वनीयता खोते जा रहे हैं। केजरीवाल झूठे वादे के सहारे जनता को गुमराह करते हैं। केजरीवाल सरकार झूठ बोलने में माहिर हैं। झूठ बोलने में इन्होंने रिकॉर्ड बनाया हुआ है। इनके द्वारा किए गए सारे वादे झूठे हैं। केजरीवाल मॉडल पूरी तरह से निराधार है। गौरव भाटिया ने कहा कि, ‘संवैधानिक पद पर विराजमान किसी भी व्यक्ति को इनता झूठ बोलना शोभा नहीं देता है। लेकिन बीजेपी लगातार केजरीवाल के झूठ का खुलासा कर रही है और उनके सच को जनता के सामने पेश कर रही है।
गौरव भाटिया ने कहा कि बीते दिनों सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि केंद्र सरकार ने गरीब मजदूरों और किसानों को हर साल 100 दिन के काम की गारंटी देने वाली योजना मनरेगा के बजट में 25 फीसदी की कटौती की है। सच तो यह है कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने मनरेगा को और प्रभावी बनाया है। साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार ने न केवल मनरेगा का बजट बढ़ाया है बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि इस योजना के माध्यम से मजदूरों और किसानों की कमाई का एक-एक पैसा बिचौलियों या भ्रष्ट लोगों के जाल में फंसकर सीधे उनके बैंक खातों में जाए। 2021-22 में मनरेगा का बजट 73,000 करोड़ रुपये था, जिसे संशोधित कर 98,000 करोड़ रुपये कर दिया गया जिससे आवंटन में लगभग 25,000 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।
जब 2021-22 में मनरेगा का बजट 73,000 करोड़ रुपये था और 2022-23 में भी 73,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे तो बजट में कटौती के ये झूठे आरोप क्यों लगाए? माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री ने संसद में आश्वासन दिया है कि यदि कोई आवश्यकता हुई तो अधिक धनराशि आवंटित की जाएगी। अरविंद केजरीवाल को वित्तीय शर्तों के बारे में कोई जानकारी नहीं है और बेहतर होगा कि उन्होंने किसी विद्वान व्यक्ति से पूछा होगा कि बजट कैसे आवंटित किया जाता है। अरविंद केजरीवाल ने एक और झूठ बोला है और झूठे आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार पहले कुल एकत्र कर का 42% हिस्सा देती थी जिसे अब घटाकर 29% कर दिया गया है। अरविन्द केजरीवाल क्यों बन गए हो लगातार झूठे और आदतन अपराधी? आपने जो कुछ भी कहा है वह सफेद झूठ के अलावा और कुछ नहीं है। केंद्र की ओर से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के नव निर्मित केंद्र शासित प्रदेशों के लिए फंड आवंटन में वृद्धि के कारण सिर्फ 1% की गिरावट आई है। आज फंड आवंटन 41% है, लेकिन समग्र रूप से यह अभी भी 42% है। तो इस तरह से आप देख सकते हैं कि मुख्तलिफ मसलों का जिक्र कर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सीएम केजरीवाल को आड़े हाथों लिया है।
अरविंद केजरीवाल का तीसरा खुला झूठ यह है कि केंद्र सरकार ने 8वां वेतन आयोग बनाने से इनकार कर दिया है. अरविंद केजरीवाल ने झूठे आरोप लगाए हैं कि केंद्र की मौजूदा सरकार को अपने कर्मचारियों की परवाह नहीं है। केजरीवाल जी, यह आपकी समझदारी होगी कि जनता में झूठे बयान देने से पहले पहले पढ़ लें और कुछ ज्ञान प्राप्त कर लें। क्या यह सच नहीं है कि जब भी वेतन आयोग का गठन होता है तो वह अपनी सिफारिशें देता है और फिर उसके क्रियान्वयन की प्रक्रिया केंद्र द्वारा शुरू की जाती है। पूरी प्रक्रिया में काफी समय लगता है। इससे कर्मचारियों को परेशानी होती है। यही कारण है कि नरेंद्र मोदी सरकार एक मॉडल लागू करना चाहती है ताकि सरकारी कर्मचारियों को लंबा इंतजार न करना पड़े और उन्हें बिना किसी अनुचित इंतजार के तुरंत लाभ मिल सके। अरविंद केजरीवाल ने यह भी पूछा कि केंद्र के पास जो पैसा आता है वह कहां जाता है? अरविंद केजरीवाल जी, आपको पता होना चाहिए कि सरकार के पास जो पैसा आता है वह किसी सतेंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के घर नहीं जाता है।