पटना। विपक्षी दलों के गठबंधन की मंगलवार को बेंगलुरु में बैठक थी। इस बैठक के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार अपनी पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को लेकर एक दिन पहले सोमवार की शाम ही बेंगलुरु पहुंच गए थे। नीतीश और ललन ने मंगलवार को विपक्ष की बैठक में हिस्सा भी लिया, लेकिन शाम को जब विपक्षी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो उसमें न नीतीश कुमार दिखे और न ललन सिंह। इस पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नीतीश सरकार में डिप्टी सीएम रहे सुशील कुमार मोदी ने बड़ा दावा किया। सुशील मोदी के इसी दावे पर जेडीयू ने भी उनपर पलटवार किया है।
#BreakingNews: बीजेपी नेता सुशील मोदी का बड़ा बयान
‘सीएम नीतीश ने सोचा था वो संयोजक बनेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए नाराज़ है’#BJP #Congress #CMNitishKumar #BJP @anchorjiya @supreetanchor pic.twitter.com/I191DGD2JX
— Zee News (@ZeeNews) July 19, 2023
सुशील कुमार मोदी ने दावा किया है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन की बैठक से उठकर पहले ही पटना लौट आए थे। सुशील मोदी के मुताबिक नीतीश कुमार को उम्मीद थी कि विपक्षी गठबंधन का उनको संयोजक बनाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसी से नीतीश कुमार नाराज होकर पटना लौट आए। सुशील मोदी के इस दावे पर नीतीश या ललन सिंह की तरफ से तो अभी बयान नहीं आया है, लेकिन जेडीयू के वरिष्ठ नेता और नीतीश सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पलटवार किया है। विजय चौधरी ने कहा कि सुशील मोदी को उनकी ही पार्टी में कोई गंभीरता से नहीं लेता और वो साइडलाइन कर दिए गए हैं।
नीतीश कुमार के बारे में ये खबर भी कल आई थी कि उन्होंने विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA रखने पर भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने गठबंधन के लिए अलग नाम का प्रस्ताव भी दिया था। बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद नीतीश कुमार पिछले कई महीने से विपक्षी दलों के बीच एकता की कोशिश के लिए देशभर में घूमते रहे हैं। पटना में विपक्ष की बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था, लेकिन बेंगलुरु में उनके न दिखने को ही बीजेपी अब विपक्ष में टकराव के तौर पर पेश कर रही है।