MP: शिवराज सिंह चौहान को क्या बीजेपी CM पद से हटाएगी? पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस सवाल पर दिया पौधे का उदाहरण, देखिए Video
दरअसल, चर्चाओं की शुरुआत वैसे तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने के बाद से ही हो गई थी। लोग हर बार ये कयास लगाते हैं कि महाराज यानी सिंधिया कब तक अपने गृह राज्य से दूर रहेंगे, लेकिन वो ये भी नहीं देख पाते कि सिंधिया ने बीजेपी ज्वॉइन करने के बाद अपने व्यवहार में क्या बदलाव किया है।
भोपाल। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मध्यप्रदेश के सीएम पद से शिवराज सिंह चौहान को हटाए जाने की तमाम चर्चाओं को विराम दे दिया है। नड्डा ने पौधे का उदाहरण देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में सरकार ठीक से चल रही है। फिर इस बारे में बार-बार बात करने की वजह उन्हें समझ नहीं आती। भोपाल में बुधवार को मीडिया से नड्डा रूबरू थे। तभी शिवराज सिंह की कुर्सी पर सवाल उठ गया। नड्डा ने कहा कि लोग अमूमन पौधा लगाते हैं और बार-बार उसे उखाड़ते हैं और देखते हैं कि पौधा बड़ा हो भी रहा है या नहीं।
‘@ChouhanShivraj के नेतृत्व में अच्छी सरकार चल रही है. बार-बार पौधे को क्यों उखाड़ कर देखना’#MadhyaPradesh में नेतृत्व परिवर्तन पर @JPNadda ने कुछ यूं जवाब दिया pic.twitter.com/b3kFfmfpYp
— Ravish Pal Singh (@ReporterRavish) June 1, 2022
उन्होंने कहा कि पौधे को लगा दिया, तो बार-बार उसे उखाड़कर देखने की जरूरत भला क्या है। इसके बाद नड्डा ने कहा कि राज्य में सरकार ठीक तरह से चल रही है। ऐसे में किसी बदलाव की सूरत उन्हें नहीं दिखती है। बता दें कि पिछले दो-तीन महीने से शिवराज सिंह के बारे में आए दिन ये चर्चा होने लगती है कि उन्हें मध्यप्रदेश के सीएम पद से हटाए जाने की तैयारी बीजेपी नेतृत्व कर रहा है। नड्डा के ताजा बयान से साफ हो गया है कि ये चर्चाएं अफवाह के अलावा और कुछ नहीं है।
दरअसल, चर्चाओं की शुरुआत वैसे तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने के बाद से ही हो गई थी। लोग हर बार ये कयास लगाते हैं कि महाराज यानी सिंधिया कब तक अपने गृह राज्य से दूर रहेंगे, लेकिन वो ये भी नहीं देख पाते कि सिंधिया ने बीजेपी ज्वॉइन करने के बाद अपने व्यवहार में क्या बदलाव किया है। ज्योतिरादित्य ने पिछले साल झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर जाकर नमन किया था। जबकि, सिंधिया खानदान पर हमेशा आरोप लगता रहा है कि उसने अंग्रेजों से संधि कर रानी की हत्या कराई। इसके अलावा सिंधिया ने बीते दिनों एक कार्यक्रम में दलितों के पैर भी पखारे थे। इन सबको भी आधार बनाकर शिवराज और सिंधिया के रिश्तों में खटास की चर्चाओं को जोर दिया गया था।