
अजमेर/उदयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के अलावा सबसे ज्यादा पर्यटक अगर कहीं जाते हैं, तो वो अजमेर और उदयपुर हैं। यहां के होटलों में कमरे मिलना आसान नहीं होता, लेकिन उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या और इस हत्या के बाद नूपुर शर्मा के खिलाफ अजमेर दरगाह के कुछ खादिमों की हेट स्पीच ने होटल व्यवसाय के साथ ही दरगाह आने वाले लोगों की संख्या पर बड़ा असर डाला है। अंग्रेजी अखबार ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की खबर में बताया गया है कि दोनों घटनाओं के बाद अजमेर और उदयपुर में लोग अपनी होटल बुकिंग रद्द करा रहे हैं। यहां तक कि अजमेर दरगाह में भी कम लोग जा रहे हैं। इससे पर्यटन आधारित राजस्थान की अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान हो सकता है।
Ajmer: Hate speeches by clerics hit devotee footfall to Sufi shrine https://t.co/MWpmi48hb5 pic.twitter.com/9DQYSgEeQV
— The Times Of India (@timesofindia) July 9, 2022
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर में कई होटलों के प्रबंधन के हवाले से बताया गया है कि लोग अपनी बुकिंग लगातार कैंसल करा रहे हैं। होटल खाली पड़े हैं। भोजन करने के लिए जिन रेस्तरां में भीड़ होती थी, वहां अब इक्का-दुक्का ग्राहक ही आ रहे हैं। शुक्रवार को अजमेर दरगाह में सबसे ज्यादा लोग जियारत करने पहुंचते थे। यहां के कुछ खादिमों की तरफ से नूपुर शर्मा के बारे में कही गई बातों के बाद बीते शुक्रवार को काफी कम लोग दरगाह पहुंचे। दरगाह के आसपास काफी दुकानें हैं। जहां चादर और फूल वगैरा बिकते हैं। ये दुकानदार भी ग्राहकों की कमी से परेशान हैं। उनका कहना है कि इस तरह घर चलाना मुश्किल हो जाएगा।
राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के सचिव संजय कौशिक ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि उदयपुर काफी शांत शहर माना जाता रहा है और यहां कभी हेट क्राइम नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि कन्हैयालाल की हत्या से उदयपुर ही नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान पर असर पड़ा है। कौशिक के मुताबिक यहां पर्यटन ही मुख्य व्यवसाय है, लेकिन अब हालात काफी विषम लग रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि तमाम पर्यटकों ने उदयपुर में होटलों की बुकिंग कैंसल कर दी है। ये सिलसिला अभी जारी है। ऐसे में होटल व्यावसायियों के लिए काफी बड़ी मुश्किल हो गई है।