
पटना। यूपी के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार के साढ़ू डॉ. संजय कुमार को अगवा कर लिया गया है। डॉ. संजय कुमार पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज (एनएमसीएच) में फार्मा विभाग के हेड और एक्जामिनेशन कंट्रोलर हैं। बीते बुधवार को संजय पटना से मुजफ्फरपुर जाने के लिए निकले थे। खास बात ये है कि डॉ. संजय कुमार को अगवा करने वालों ने अब तक कोई फिरौती या मांग नहीं रखी है। ऐसे में शक की सुई यूपी के माफिया अतीक अहमद की तरफ घूम रही है। दरअसल, यूपी पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। माना जा रहा है कि इस कार्रवाई को कमजोर कराने के लिए एडीजी प्रशांत कुमार पर दबाव डालने की खातिर उनके साढ़ू को अगवा किया गया है।

बिहार के एडीजी मुख्यालय जीतेंद्र सिंह गंगवार ने मीडिया को बताया कि अगवा करने से पहले डॉ. संजय कुमार को कभी धमकी वगैरा भी नहीं दी गई थी। किसी से विवाद की शिकायत भी उन्होंने पुलिस से कभी नहीं की। एडीजी गंगवार के मुताबिक डॉ. संजय कुमार की तलाश में बिहार पुलिस की टीमें यूपी से सटे इलाकों में छापेमारी कर रही हैं। बताया जा रहा है कि संजय कुमार की पत्नी सलोनी वर्मा ने यूपी के एडीजी प्रशांत कुमार और उनकी पत्नी आईएएस डिंपल वर्मा को फोन कर अपने पति को अगवा किए जाने की सूचना दी थी। इसके बाद प्रशांत कुमार ने एडीजी जीतेंद्र सिंह गंगवार और अन्य अफसरों से बात की।

हिंदी अखबार प्रभात खबर के मुताबिक बिहार पुलिस अपने यहां के गैंग्स और माफिया अतीक अहमद के बीच संपर्क वाले लोगों की तलाश में है। ताकि डॉ. संजय कुमार को मुक्त कराया जा सके। बताया जा रहा है कि एडीजी प्रशांत कुमार ने भी इस मामले में बिहार पुलिस से कुछ इनपुट साझा किए हैं। अगर इस मामले में अतीक अहमद के हाथ का खुलासा होता है, तो इससे माफिया डॉन की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।