
नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। इसकी वजह मणिपुर में हिंसा को बताया गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। वो सभी दलों से बात कर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का दिन तय करेंगे। वहीं, विपक्षी पार्टी बीएसपी ने इस अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष के अन्य दलों को निशाने पर लिया है और तंज कसा है। बीएसपी के सांसद मलूक नागर ने कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व नाम की चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव तब लाया जाता है, जब आपको लगे कि पीएम और सरकार कमजोर है।
#WATCH | On No Confidence Motion, BSP MP Malook Nagar says, “…There is dearth of leadership in Congress. No Confidence Motion is brought when the PM and Govt before you is somewhat weak. You have the numbers before you so nothing is going to come out of it. Everyone will… pic.twitter.com/AjTMPkP3Rp
— ANI (@ANI) July 26, 2023
बीएसपी सांसद मलूक नागर ने कहा कि सभी को पता है कि संसद में संख्याबल किसके साथ है। ऐसे में विपक्ष को कोई नतीजा हासिल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान सब अपनी राय देंगे। फिर पीएम आएंगे और विपक्ष के मुद्दों पर जवाब देंगे। ऐसे में विपक्ष धराशायी और कमजोर होगा। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए था। मलूक नागर ने कहा कि जब चर्चा होगी, तो सभी मुद्दों पर होगी। उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी जैसे नेता कुछ नहीं कर सकते और कांग्रेस में उनसे ज्यादा अच्छा काम करने वाले नेता हैं।

मलूक नागर ने अधीर रंजन पर तंज कसते हुए कहा कि न वो हिंदी बोल पाते हैं और न अंग्रेजी। उनको तो सिर्फ बांग्ला भाषा में बोलना चाहिए। बीएसपी सांसद ने कहा कि विपक्ष जब कमजोर होगा तो पूरा देश कमजोर होगा। बीजेपी अपनी मनमर्जी से काम करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है और उनको सोच-समझकर कदम उठाने चाहिए। इससे साफ है कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान बीएसपी किस तरह का कदम उठा सकती है। बीएसपी के लोकसभा में 5 सांसद हैं।