नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ पत्रकार अपने साथी की हत्या को लेकर गुस्से में हैं जिसके चलते बड़ी संख्या में पत्रकार बीजापुर सड़कों पर उतर आए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी तरफ प्रशासन ने एक्शन लेते हुए पत्रकार की हत्या के आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की साइट पर पहुंचकर बुलडोजर चलवा दिया। सुरेश चंद्राकर ने वन विभाग की जमीन पर अवैध तरीके से अपनी साइट का निर्माण करा रखा था जिसे ढहा दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस भी वहां मौजूद रही।
प्रशासन की टीम हत्यारोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की बीजापुर में 85 बटालियन के पास गंगालूर रोड पर स्थित साइट पर पहुंची और यहा बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान साइट से प्रशासन की टीम को लक्जरी सामान भी मिला है। ठेकेदार की फील्ड लैबोरेट्री में महंगा फर्नीचर रखा हुआ था। वहां बहुत सी मशीनें धूल खाती हुई मिली जिससे साफ तौर पर भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है। आपको बता दें कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने सड़क निर्माण परियोजना में कथित अनियमितताओं को अपनी रिपोर्ट के जरिए उजागर किया था। वो नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में एनडीटीवी के लिए फील्ड रिपोर्टिंग करते थे। मुकेश चंद्राकन ने बस्तर ‘बस्तर जंक्शन’ के नाम से एक यूट्यूब चैनल भी बना रखा था।
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— Vistaar News (@VistaarNews) January 4, 2025
सड़क ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के खिलाफ अनियमितता की न्यूज चलने के बाद से पत्रकार मुकेश चंद्राकर लापता हो गए थे। ऐसा बताया जा रहा है कि उनको ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश चंद्राकर ने 1 जनवरी को मिलने बुलाया था जिसके बाद से उनका फोन बंद हो गया। कल यानी 3 जनवरी को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के स्वामित्व वाली जगह पर बने एक सेप्टिक टैंक से पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव पुलिस को मिला। इस मामले में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर उसके भाई रितेश समेत चार अन्य लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।