जयपुर। राजस्थान में भजनलाल शर्मा मंत्रिमंडल का पहला विस्तार गुरुवार या शुक्रवार को होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि सीएम भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से बात कर मंत्रियों के नाम तय भी कर लिए हैं। फिलहाल राजस्थान की बीजेपी सरकार में भजनलाल शर्मा के अलावा दो डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा हैं। सूत्रों के मुताबिक राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में 20 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। भजनलाल शर्मा ब्राह्मण हैं। वहीं, दीया कुमारी राजपूत हैं। जबकि, प्रेमचंद बैरवा अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं। माना ऐसे में ये जा रहा है कि यहां भी मोदी का फॉर्मूला वैसे ही लागू किया जाएगा, जैसा मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने किया है।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का चुनाव जीतने के बाद बीजेपी का अब सारा ध्यान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव पर है। अब तक बीजेपी ने लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ही विधायकों को मंत्री बनाया है। इनमें उसने आदिवासी, पिछड़े और अनुसूचित जाति को प्रमुखता दी है। माना जा रहा है कि राजस्थान में भी बीजेपी इसी फॉर्मूले के तहत मंत्रिमंडल विस्तार को अमली जामा पहनाएगी। ताकि लोकसभा चुनाव में उसे ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करने का मौका मिले। बताया जा रहा है कि भजनलाल शर्मा की सरकार में ज्यादातर ओबीसी और एसटी चेहरों को प्रमुख विभाग सौंपे जाएंगे। इनमें महिलाओं को भी जगह मिलेगी।
सूत्रों के मुताबिक भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल में जाट, गुर्जर, माली, कुमावत वगैरा को पद सौंपे जाने का खाका खींचा गया है। इसके अलावा वैश्य समुदाय से भी मंत्री बनाया जा सकता है। खबर ये भी है कि पुराने दिग्गजों को मंत्री न बनाकर युवाओं को मौका दिया जाएगा। बीजेपी ने केंद्र से लेकर अपनी राज्य सरकारों में भी युवा चेहरों को काफी आगे किया है। अब यही तरीका राजस्थान में भी बीजेपी लागू कर सकती है। फिलहाल कई नाम मंत्रिपद के लिए चल रहे हैं, लेकिन असल में पद किसे मिलता है, ये शपथग्रहण वाले दिन ही सामने आएगा। तो बस इंतजार कीजिए। एक या दो दिन की बात है, जब राजस्थान में मंत्री आपको अपनी कुर्सी पर बैठे दिखने वाले हैं।