
नई दिल्ली। कांग्रेस से हाल ही में इस्तीफा देने वाले पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली आज बीजेपी में शामिल हो गए। उनके साथ ही पूर्व मंत्री राज कुमार चौहान, पूर्व विधायक नसीब सिंह, नीरज बसोया और दिल्ली युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अमित मलिक ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इन सभी को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कराई। लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में वोटिंग से पहले प्रदेश अध्यक्ष समेत कई नेताओं का कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होना राहुल गांधी की पार्टी के लिए बहुत बड़ा झटका है।
Former Delhi Congress President Arvinder Singh Lovely, former Minister Raj Kumar Chauhan, former MLA Naseeb Singh, Neeraj Basoya, and former Delhi Youth Congress President Amit Malik joins BJP in the presence of Union Minister Hardeep Singh Puri pic.twitter.com/lJpRpxPrJJ
— IANS (@ians_india) May 4, 2024
बीजेपी में शामिल होने के बाद अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि हमें बीजेपी के बैनर तले और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राष्ट्र निर्माण में भागीदारी करने और दिल्ली की जनता के हक के लिए लड़ने का मौका दिया गया है। बीजेपी जैसी सशक्त पार्टी के साथ जुड़कर हम यह कहना चाहते हैं कि आज एक बहुत बड़ा तबका यह चाहता है कि न सिर्फ केंद्र में एक बार फिर से मोदी की सरकार बने बल्कि दिल्ली में भी एक सशक्त सरकार का गठन हो। पिछले सात-आठ सालों से आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में जो माहौल बना दिया है आज हर आदमी उससे छुटकारा पाना चाहता है। इसके लिए हम अपना पूरा योगदान भारतीय जनता पार्टी को देते हैं ताकि दिल्ली के भविष्य को सुधारा जा सके।
#WATCH | After joining BJP, Arvinder Singh Lovely says, “We have been given an opportunity to fight for the people of Delhi under the banner of BJP and under the leadership of Prime Minister… I have full hope and there is no doubt about it that the BJP government is being… https://t.co/hikx5Hpouw pic.twitter.com/rWdp44P1aJ
— ANI (@ANI) May 4, 2024
लवली बोले, मुझे पूरी उम्मीद है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि देश में प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी की सरकार बन रही है। इतना ही नहीं, आने वाले दिनों में दिल्ली में भी भाजपा का परचम लहराएगा। लवली ने 28 अप्रैल को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उन्होंने प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और दिल्ली से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार उदित राज तथा कन्हैया कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि मैं अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहा हूं और कार्यकर्ताओं को न्याय नहीं दिला पा रहा हूं, इसीलिए जिम्मेदारी छोड़ दी।