नई दिल्ली। बिहार के नवादा जिले के राजौली से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां यूजीसी-नेट पेपर लीक मामले की जांच कर रही दिल्ली से आई केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों की टीम पर हमला किया गया। घटना कल हुई, लेकिन विस्तृत जानकारी आज सामने आई है। सीबीआई टीम ने नवादा में मोबाइल लोकेशन का पता लगाया था और यूजीसी-नेट पेपर लीक मामले में अपनी जांच को आगे बढ़ाने के लिए राजौली पहुंची थी।
हालांकि, स्थिति तब बिगड़ गई जब कसियाडीह गांव के निवासियों ने सीबीआई अधिकारियों को धोखेबाज समझकर उन पर हमला करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने सीबीआई टीम द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहनों में भी तोड़फोड़ की। इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में सीबीआई टीम में नवादा जिले के टाउन पुलिस स्टेशन के चार अधिकारी और एक महिला कांस्टेबल शामिल थीं। सीबीआई टीम पर हमले के जवाब में, अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। मारपीट और तोड़फोड़ के मामले में 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
2024 में हुई यूजीसी नेट परीक्षा को पेपर लीक होने की रिपोर्ट के कारण रद्द कर दिया गया था। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) से मिली जानकारी के बाद यह निर्णय लिया, जिसमें परीक्षा प्रक्रिया में संभावित अनियमितताओं को उजागर किया गया था। मंत्रालय ने मामले की गहराई से जांच करने के लिए सीबीआई जांच घोषणा कर दी है। इस घटना ने राजनीतिक प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है, जिसमें कांग्रेस नेताओं ने ऐसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं की गरिमा बनाए रखने में विफल रहने के लिए सरकार की आलोचना की है। उन्होंने सरकार पर भ्रष्टाचार और लापरवाही का आरोप लगाया है।