WEST BENGAL: पार्थ चटर्जी के बाद ममता का एक और करीबी भी घिरा, पशु तस्करी में CBI करेगी TMC के इस नेता से पूछताछ
सीबीआई ने सोमवार को आसनसोल के कोर्ट में पशु तस्करी के मामले में चौथी चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें अनुब्रत के बॉडीगार्ड सैगल हुसैन समेत 11 लोगों को आरोपी बताया गया है। 40 पेज की चार्जशीट में बताया गया है कि सैगल ने पशु तस्करों से रकम लेकर अनुब्रत तक पहुंचाने का काम किया।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी के प्रवर्तन निदेशालय ED की गिरफ्त में आने के बाद अब सीएम ममता बनर्जी के एक और खास नेता पर मुसीबतों के बादल घिर आए हैं। नेता का नाम अनुब्रत मंडल है। पशु चोरी के आरोपों से घिरे अनुब्रत मंडल को आज सीबीआई ने पूछताछ के लिए कोलकाता बुलाया है। इससे पहले सीबीआई ने इस आरोप में अनुब्रत के सुरक्षाकर्मी समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था। अनुब्रत मंडल बीरभूम जिले मे टीएमसी के प्रभारी हैं। सीबीआई ने सोमवार को आसनसोल के कोर्ट में पशु तस्करी के मामले में चौथी चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें अनुब्रत के बॉडीगार्ड सैगल हुसैन समेत 11 लोगों को आरोपी बताया गया है। 40 पेज की चार्जशीट में बताया गया है कि सैगल ने पशु तस्करों से रकम लेकर अनुब्रत तक पहुंचाने का काम किया।
West Bengal | TMC Birbhum district president Anubrata Mondal summoned by CBI in connection with cattle smuggling case. He has been asked to appear before the CBI tomorrow, 10th August, at their office at Nizam Palace, Kolkata. pic.twitter.com/8qNli8ACBq
— ANI (@ANI) August 9, 2022
सीबीआई के मुताबिक पशु तस्करी से रकम हासिल होने के बारे में उसे तमाम दस्तावेजी सबूत मिले हैं। जांच एजेंसी का कहना है कि इस रकम से खरीदी गई 49 संपत्तियों के दस्तावेज भी उसे मिले हैं। सीबीआई ने चार्जशीट में कहा है कि अनुब्रत मंडल के बॉडीगार्ड सैगल के मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला कि वो पशु तस्करों से संपर्क में था। इस चार्जशीट में सीबीआई ने टीएमसी के फरार नेता बिनय मिश्रा के भाई विकास का नाम भी लिया है। अब सीबीआई ने पूछताछ के लिए अनुब्रत को बुलाया है, तो वो मुश्किलों के भंवर में फंसते दिख रहे हैं।
बता दें कि सीबीआई ने पशु तस्करी के मामले में बीते दिनों पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में कई जगह छापे मारे थे। सीबीआई के ये छापे इलमबाजार और नानूर इलाके में हुए थे। मोहम्मद नजीबुद्दीन उर्फ तुलु मंडल, अब्दुल करीम खान और जिया-उल हक शेख उर्फ मुक्तो समेत टीएमसी के स्थानीय नेताओं के घरों पर सीबीआई की रेड हुई थी। छापे में पशु तस्करी समेत अन्य कई मामलों के सबूत जांच एजेंसी के हाथ लगे थे।