नई दिल्ली। डीपफेक को लेकर अब केंद्र की मोदी सरकार सख्त हो चुकी है। बीते दिनों इस संदर्भ में सोशल मीडिया अधिकारियों के साथ बैठक भी हुई थी, जिसमें कई फैसलों को जमीन पर उतारे जाने के प्रति सभी एकमत हुए। उधर, अब खबर है कि जल्द ही सरकार टेक कंपनियों के अधिकारियों के साथ भी बैठक करेगी जिसमें डीपफेक के अनुचित प्रयोग पर अंकुश लगाने की दिशा में विचार-विमर्श किया जाएगा।
वहीं, आज इस संदर्भ में राज्यमंत्री इलेक्ट्रॉनिक सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बड़ा बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘”आज हमारी इंटरनेट के सभी महत्वपूर्ण खिलाड़ियों, इंटरनेट मध्यस्थों के साथ एक बहुत लंबी बैठक हुई। और हमने उनके साथ डीप फेक का मुद्दा उठाया है… मैंने उन्हें अक्टूबर 2022 से ही भारत सरकार को याद दिलाया था उन्हें गलत सूचना और डीप फेक के खतरे के प्रति सचेत कर रहा है, जो गलत सूचना का हिस्सा है। सभी मध्यस्थ आज इस बात पर सहमत हुए कि आईटी अधिनियम के तहत मौजूदा आईटी नियम डीप फेक से निपटने के लिए उनकी ओर से पर्याप्त अनुपालन आवश्यकताओं का प्रावधान करते हैं, यहां तक कि हम भी भविष्य के नियमों और एक भविष्य के कानून के बारे में बात करें, जो निश्चित रूप से आवश्यक है, यह देखते हुए कि हमारा आईटी अधिनियम 23 साल पुराना है। इस पर फिर से जोर दिया गया, जिस पर वे सहमत हुए हैं कि वर्तमान कानून और वर्तमान अधिनियम और वर्तमान नियम प्रदान करते हैं गलत सूचना, स्पष्ट रूप से गलत जानकारी और डीप फेक पर प्लेटफार्मों द्वारा अनुपालन आवश्यकताओं।
#WATCH | On Deep fake issue, MoS Electronics & Technology Rajeev Chandrasekhar says, “Today we had a very longish meeting with all of the important players on the Internet, the Internet intermediaries. And we have raised the issue of Deep Fakes with them… I reminded them that… pic.twitter.com/m8UHlVwXRI
— ANI (@ANI) November 24, 2023
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि, ‘ इस पर प्लेटफार्मों द्वारा सहमति व्यक्त की गई है। मैंने आज उनसे आग्रह किया है और कहा है कि हम एक सलाह और निर्देश के साथ इसका पालन करेंगे कि सभी प्लेटफार्मों को अपने साथ संरेखित करना होगा और भारतीय इंटरनेट पर निषिद्ध बारह क्षेत्रों के अनुरूप होने के लिए अपने उपयोगकर्ताओं के साथ अपनी उपयोग की शर्तों को बदलें और प्लेटफ़ॉर्म सात दिनों में उस सामंजस्य और संरेखण को सुनिश्चित करने के लिए सहमत हुए हैं ताकि प्रत्येक प्लेटफ़ॉर्म पर प्रत्येक उपयोगकर्ता को पता चले कि वे कब किसी प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करें, प्लेटफ़ॉर्म एक सुरक्षित और विश्वसनीय प्लेटफ़ॉर्म बनने का इरादा रखता है…”
#WATCH | At the G20 virtual Summit, PM Modi speaks on the deepfake issue, says, “The world is worried about the negative effects of AI. India thinks that we have to work together on the global regulations for AI. Understanding how dangerous deepfake is for society and… pic.twitter.com/YtSIW1qIcN
— ANI (@ANI) November 22, 2023
आपको बता दें कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक जनसभा को संबोधित करने के क्रम में डीपफेक को लेकर जारी बहस के बीच अपनी चिंता जाहिर की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि डीपफेक को लेकर लोगों को शिक्षित किए जाने की आवश्यकता है, ताकि उनका कोई गलत इस्तेमाल ना कर सकें। आज की तारीख डीपफेक तीव्र गति से व्यापक रूप अख्तियार करता जा रहा है, जिस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें वो गरबा खेलते हुए नजर आ रहे थे, लेकिन यह वीडियो पीएम मोदी का नहीं था, जिसकी पुष्टि खुद पीएमओ की ओर से की गई थी। डीपफेक जिस तेजी से अपने पैर पसार रहा है, उससे खासकर सेलिब्रेटी वर्ग काफी चिंतित है।
#LIVE | Delhi Police probes Rashmika Mandanna deepfake case, sends notice to Meta
Tune in- https://t.co/W8RmsafuW2#DelhiPolice #Deepfake #Meta #RashmikaMandanna pic.twitter.com/6XsQNHkGxB
— Republic (@republic) November 22, 2023
इसकी एक वजह यह है कि डीपफेक सर्वाधिक सेलिब्रेटी वर्ग को ही निशाने पर ले रहा है। सनद रहे कि बीते दिनों एक्ट्रेस रश्मिका का भी डीपफेक वीडियो सामने आया था, जिसके बाद एक्ट्रेस काफी चिंतित हो गई थी। हालांकि, पुलिस ने इस पूरे मामल को संज्ञान में लेने के बाद कार्रवाई तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि इस मामले में संलिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द ही हो सकती है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में पुलिस की ओर से क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़़ी खबर से रूबरू होने के लिए बने रहिए। न्यूज रूम पोस्ट के साथ।