नई दिल्ली। पंजाब में सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी शुक्रवार को एक बार फिर दिल्ली पहुंचे हैं। शाम करीब चार बजे उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री करीब पौने तीन बजे कपूरथला हाउस पहुंचे। एक घंटे के बाद पंजाब सीएम, पीएम से मुलाकात करने पहुंचे। मुलाक़ात के बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ ये एक औपचारिक मुलाकात थी। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि किसान मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री से बातचीत हुई है, साथ ही कृषि बिल पर झगड़ा तुरंत ख़त्म करने की मांग की। इसके साथ ही चन्नी ने बताया कि उन्होंने कतारपुर कॉरिडोर को खोलने की मांग भी प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष रखी। हालांकि जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से नवजोत सिंह सिद्धू के साथ विवाद पर सवाल पूछा तो वो इसे टालते नजर आये। चन्नी ने पंजाब में चल रहे विवाद पर कोई जवाब नही दिया।
सूत्रों के अनुसार पंजाब सीएम ने पीएम से मुलाकात के दौरान धान की सरकारी खरीद को 10 दिन टालने का मुद्दा उठाया है। पंजाब और हरियाणा में बरसात की वजह से धान की सरकारी खरीद को 10 दिन के लिए टाला गया है। पहले खरीद पहली अक्तूबर से शुरू होनी थी लेकिन अब 11 अक्तूबर से शुरू होगी। उम्मीद लगाई जा रही है कि इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच इसको लेकर भी चर्चा हुई।
The Chief Minister of Punjab, Shri @CHARANJITCHANNI called on PM @narendramodi. @CMOPb pic.twitter.com/SOnaKFYd9O
— PMO India (@PMOIndia) October 1, 2021
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चन्नी पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस की पंजाब इकाई में जारी उथलपुथल के बीच चन्नी राष्ट्रीय राजधानी के दौरे के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। उम्मीद लगाई जा रही है कि शुक्रवार शाम को चन्नी पंजाब रवाना होने से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। इससे पहले गुरुवार को पार्टी से नाराज हो कर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ने वाले नवजोत सिंह सिद्दू से भी मुलाकात की थी।
सिद्धू ने बिंदुवार तरीके से चन्नी को अपनी नाराजगी की वजह बताई और कुछ अहम बदलाव करने को कहा। सिद्धू और चन्नी के बीच शुक्रवार को तकरीबन दो घंटे तक चली बैठक में दोनों के बीच पंजाब सरकार द्वारा की गईं नियुक्तियों पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, दोनों के बीच कुछ हद तक गिले-शिकवे दूर भी हो गए हैं, लेकिन अब भी कुछ मामले हैं जिन पर पेच फंसा हुआ है। उसे कांग्रेस हाईकमान की ओर से ही दूर किया जाएगा।