नई दिल्ली। ऐसा कम ही देखा गया है कि विपक्षी दलों ने मोदी सरकार के किसी कदम का स्वागत किया हो। लेकिन अब भाजपा की विपक्षी कांग्रेस, जो हर कदम पर मोदी सरकार का विरोध करती है, उस पार्टी के एक नेता ने मोदी सरकार के एक कदम का स्वागत किया है। बता दें कि मोदी सरकार ने GST क्षतिपूर्ति के मुद्दे को सुलझाने के लिए 1.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेने संबंधी जो कदम उठाया है, उसे लेकर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने सराहना करते हुए फैसले का स्वागत किया है। इस फैसले को लेकर पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘अगर केंद्र सरकार ने 1.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेने और इसे राज्यों को देने का फैसला किया है तो मैं उसके बदले हुए रुख का स्वागत करता हूं। मैं उन सभी अर्थशास्त्रियों, शिक्षाविदों और अखबार संपादकों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने हमारे रुख का समर्थन किया था।’
दरअसल केंद्र और कुछ राज्यों के बीच विवाद का विषय बने जीएसटी क्षतिपूर्ति के मुद्दे को सुलझाने की दिशा में पहल करते हुए केंद्र सरकार ने माल एवं सेवाकर (GST) राजस्व में संभावित कमी की भरपाई के लिए राज्यों की तरफ से खुद 1.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेने की घोषणा की है। वित्त मंत्रालय ने इस संबंध में बयान जारी किया है।
कोरोना काल को देखते हुए राज्यों की हालत उतनी अच्छी नहीं है। राज्य स्तरीय अर्थव्यवस्था भी चरमराई हुई है। अर्थव्यवस्था में नरमी से माल एवं सेवा कर (GST) संग्रह में भी कम रहा है। जिसका असर राज्यों के बजट पर भी पड़ा है।
If the centre has decided to borrow the Rs 1.1 lakh crore and extend it to the states as a back-to-loans, I welcome the change of position.
I thank all the economists, academics and newspaper editors who had supported our position.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 15, 2020
बता दें कि राज्यों ने वैट समेत अन्य स्थानीय कर्ज के एवज में जीएसटी को स्वीकार किया था। उन्होंने जुलाई 2017 में नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था इस शर्त पर स्वीकार की थी कि राजस्व संग्रह में किसी भी प्रकार की कमी होने पर उसकी भरपाई अगले पांच साल तक केंद्र सरकार करेगी।