नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय फलक पर एक बार फिर से चीन का आतंकी परस्त चेहरा बेनकाब हो गया। दरअसल, अमेरिका और भारत ने यूएन में आतंकवादी साजीद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन चीन ने वीटो के अधिकार के बदौलत इस प्रस्ताव को पारित होने से रोक दिया। ध्यान दें कि चीन ने यह कदम ऐसे वक्त में उठाया है, जब पीएम मोदी चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचने वाले हैं। ऐसे में विश्व फलक पर चीन द्वारा साजीद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर रोक लगाने के मसले पर आगामी दिनों में ज्वलंत बहस देखने को मिल सकती है।
बता दें कि अमेरिका ने साजिद मीर पर 5 मिलयन डॉलर का इनाम घोषित किया था। वहीं, इससे पूर्व संयुक्त राष्ट्र में साजिद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर चीन फैसला टाल दिया था। चीन ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया था। लेकिन, अब ड्रैगन ने वीटो के अधिकार के बदौलत उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने की राह पर रोड़ा अटका दिया है। बता दें कि आतंकी मीर साजिद 26/11 हमले में वांछित है। वह लश्कर ए तैयबा संगठन में शामिल था। इसी संगठन के आतंकियों ने मुंबई हमले को अंजाम दिया था।
China blocks proposal by India, the US at the United Nations to designate Lashkar-e-Tayyiba terrorist Sajid Mir, wanted for his involvement in the 26/11 Mumbai terrorist attacks, as a global terrorist. pic.twitter.com/7zf4iscwte
— ANI (@ANI) June 20, 2023
इन आतंकियों ने ताज होटल के अलावा रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों को भी निशाना बनाया था। तब की मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि इस हमले में तकरीबन 170 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इस हमले को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस संगठन ने डेनमार्क में एक न्यूज पेपर के कर्मचारियों को मारने की भी साजिश रची थी। वहीं, मीर साजिद के खिलाफ अमेरिका ने 2011 में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। उस पर विदेशी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने की साजिश रचने का भी आरोप लगा था, लेकिन अब जिस तरह से चीन ने उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने की राह पर रोड़ा अटकाया है, उस पर आगामी दिनों में किसकी क्या प्रतिक्रिया सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।