नई दिल्ली। दक्षिण चीन सागर को लेकर अमेरिका और चीन में तनाव बढ़ता ही जा रहा है। जिसको देखते हुए चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी ने दक्षिणी गुआनडोंग प्रांत के लिझोऊ पेनिनसुला में लाइव फायर ड्रिल की शुरुआत की है। यह दक्षिण चीन सागर का दहलीज कहा जाता है। चीन की आधिकारिक मीडिया ने रविवार को यह जानकारी दी है।
एक सप्ताह तक चलने वाले इस ड्रिल में एंटीशिप और एंटी एयरक्राफ्ट अभ्यास किया जाएगा। इसमें पीएलए की वायुसेना और पीएलए की नेवी और रॉकेट फोर्स शामिल है। यह अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब चीन का कई मुद्दों को लेकर अमेरिका से तनाव काफी बढ़ चुका है। दक्षिण चीन सागर और वॉशिंगटन द्वारा ताइवान को हथियार बेचे जाने को लेकर भी तनातनी है।
पिछले सप्ताह, पहली बार वॉशिंगटन ने दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे को खारिज कर दिया है, जिसके बड़े हिस्से पर वियतनाम, फिलिपींस, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान की ओर से दावा किया जाता है। इस ड्रिल से चीन अमेरिका को संदेश देना चाहता है, जिसने इस महीने अग्रिम पंक्ति के दो विमानवाहक पोतों को तैनात कर दिया। इसके साथ कई युद्धपोत भी हैं। इसके अलावा क्षेत्र में कई टोही विमान उड़ रहे हैं। हालांकि, पीएलए ने युद्धाभ्यास का विस्तृत ब्योरा नहीं दिया है।
चाइनीज मिलिट्री एक्सपर्ट सोंग झोंगपिंग ने चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स को बताया कि एयरफोर्स के लाइव-फायर ड्रिल में आमतौर पर एयरक्राफ्ट और सतह के जहाजों को निशाना बनाने का अभ्यास किया जाता है। सोंग ने कहा, ”ऐसे ड्रिल से हवा में बढ़त और दक्षिण चीन सागर में शत्रुओं के जहाज को निशाना बनाने का अभ्यास किया जाता है।
उन्होंने कहा कि एंटी-शिप अभ्यास में बैलिस्टिक मिसाइलों से सतह के बड़े जहाजों को लक्षित किया जा सकता है और भारीभरकम एंटी शिप क्रूज मिसाइल 300-400 किलोमीटर दूर के लॉन्ग रेंज स्ट्राइक भी कर सकते हैं। इस महीने चीन की वायु सेना ने लाइव फायर ड्रिल की थी और लड़ाकू विमानों को दक्षिण चीन सागर में अपने एक बेस पर भेजा था।