नई दिल्ली। दिल्ली में बिगड़ी कानून-व्यवस्था को लेकर आप संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर हमला बोल रहे हैं। वहीं, विनय कुमार भी मुख्यमंत्री को जवाबी पत्र लिख रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था को लेकर उपराज्यपाल को सवालिया कठघरे में खड़ा किया है। आप संयोजक ने अपने पत्र में लिखा है कि, ‘दिल्ली पुलिस को केंद्रीय गृह मंत्रालय नियंत्रित करता है, लेकिन जिस तरह से राजधानी दिल्ली में अपराध के मामलों में इजाफा हो रहा है, उसे ध्यान में रखते हुए एक बात तो स्पष्ट है कि दिल्ली पुलिस अब आम जनता के बीच अपना विश्वास खो चुकी है, जिसे अब शायद वह कभी हासिल नहीं कर पाएगी। बता दें कि एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए अरविंद केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि 19 शहरों में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध में देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का य़ोगदान 32 फीसद के करीब है।
उन्होंने आगे अपने पत्र में कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के मामले में जमीन पर आज भी कुछ नहीं बदला है। स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है। यह अपने आप में विवेचना का विषय है। केजरीवाल ने आरके पुरम में हुई घटना का जिक्र कर कहा कि पिंकी और ज्योती की अपने भाई को बचाने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, लेकिन अफसोस दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी रही। केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा कि जमीन पर दिल्ली पुलिस के जवानों की कमी का कारण आप खुद ब खुद जानते हैं।
दिल्ली पुलिस की जगह कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए राजधानी दिल्ली में निजी गार्डों को नियुक्त करना पड़ रहा है , जिससे एक बात तो साफ जाहिर होती है कि दिल्ली में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है और केंद्र सरकार इसे नियंत्रित कर पाने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। बहरहाल, दिल्ली की बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच जुबानी जंग जारी है। अब यह जंग आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम