नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने इशारों ही इशारों में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) पर जोरदार निशाना साधा है। सीएम योगी ने कहा कि हमने यूपी के लोगों को कोरोना संक्रमण (Coronavirus) से बचाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। ऐसे में दिल्ली के एक नमूना यहां आकर पूछता है कि आपने लोगों के लिए क्या किया? अब हम उन्हें क्या बताए हमने क्या-क्या किया? इसके बाद सीएम योगी ने कोरोना संक्रमण को लेकर दिल्ली और यूपी का तुलनात्मक आंकड़ा पेश किया। इस दौरान सदन में खूब तालियां बजीं।
दरअसल संजय सिंह लखनऊ आकर यूपी की योगी सरकार के खिलाफ लगातार हमला बोल रहे थे। वह सीएम योगी पर कोरोना संक्रमण को लेकर बिना योजना के काम करने का आरोप लगा रहे थे। ऐसे में शनिवार को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान आप नेता पर जमकर हमला बोला।
विधानसभा मॉनसून सत्र-2020 में मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी का संबोधन… https://t.co/0sz1aHdUuF
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 22, 2020
सीएम योगी ने संजय सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि दिल्ली का एक नमूना उत्तर प्रदेश में आता है और कहता है कि यूपी में कोविड के खिलाफ कोई रणनीति नहीं बन पा रही है। जिन्होंने दिल्ली को बर्बाद किया। जिन लोगों ने यूपी और बिहार के नागरिकों के साथ दुर्व्यव्हार करके जबरन वहां से भगाया, वो बेशर्मी के साथ यहां आकर ऊलजलूल बातें करते हैं।
सीएम योगी ने आगे दिल्ली और यूपी के कोरोना संक्रमण के आंकड़े गिनाते हुए कहा कि यूपी की आबादी 23 करोड़ 78 लाख है। यूपी में कुल कोरोना केस 1 लाख 72 हजार केस हैं, इसमें एक्टिव केस हैं 41 लाख से अधिक।
उन्होंने बताया कि यूपी में प्रति दस लाख संक्रमण के मामले 744 हैं वहीं दिल्ली में प्रति दस लाख 7880 केस हैं। सीएम ने बताया कि यूपी में प्रति दस लाख पर 12 लोगों की मौत हुई है। वहीं दिल्ली में 274 लोगों की मौत प्रति दस लाख में हुई है।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि रोम की बात करने वाले भी अब राम- राम चिल्लाने लगे हैं। वो लोग अब जान गए है कि यूपी मे अब राम नाम से ही वैतरणी पार होनी है. कुछ लोगों की कुंठा उनकी बातों में निकल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सबके लिए ये गौरव का विषय है कि 492 वर्षों से चला आ रहा विवाद खत्म हुआ है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम की ताकत का कुछ लोगों तो अंदाजा नहीं था।