गरीबों को पहुंचा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कॉल, पूछा खाते में पैसा आ गया कि नहीं
सावित्री देवी ने जैसे ही फोन रिसीव की। उधर से आवाज आई हैलो मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ बोल रहा हूं। महिला ने हड़बड़ा कर बोली, प्रणाम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता के साथ लगातार संवाद करने के लिए जाने जाते हैं। अपने जनसंवाद में वो काफी सहज तरीके से आम लोगों से बात करते हैं।
ऐसा ही एक जनसंवाद हाल ही में उन्होंने किया जब सोमवार की सुबह साढ़े दस बजे सावित्री देवी के मोबाइल की घंटी अचानक से घनघनाने लगी। सावित्री देवी ने जैसे ही फोन रिसीव की। उधर से आवाज आई हैलो मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ बोल रहा हूं। महिला ने हड़बड़ा कर बोली, प्रणाम। उन्होंने इसके बाद उस महिला के गांव में साफ-सफाई, रोजगार व राशन के विषय में एक-एक कर जानकारी ली। महिला बोली नाहीं साहब गांव में सब कुछ ठीक बा। सबके काम व राशन मिलेला। पूछा कि खाते में पैसा भेज दिया हूं मिला है कि नहीं। महिला बोली पैसा खाते में आ गइल बा।
पथरदेवा विकास खंड क्षेत्र की मुसहर बाहुल्य ग्राम पंचायत मलवाबर में रहने वाली सावित्री देवी पत्नी स्व. ओमप्रकाश मनरेगा जॉबकार्ड धारक है। इनका जॉबकार्ड संख्या दो हैं। अपने एक साल के मनरेगा में इन्होंने 98 दिन काम किया है।
इनको 84 दिन के काम का 15288 रुपये का भुगतान पहले हो चुका है। बाकी जो भी भुगतान रह गया था वो 14 दिन का भुगतान 2548 रुपये था, जिसको मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ने लखनऊ से बैठकर एक क्लिक में पैसा खाते में भेज दिया।
इसके बाद मलवाबर के श्रमिक सत्यनारायण मुसहर से भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद बात करने वाले थे, लेकिन वक्त की कमी की वजह से यह संभव नहीं हो सका। श्रमिक सत्यनारायण के मन में मुख्यमंत्री से बात नहीं कर पाने का मलाल है।