नई दिल्ली। खाने और पीने की चीजों में मिलावट के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है। खाद्य पदार्थों में मानव अपशिष्ट मिलाए जाने की निंदा करते हुए सीएम ने प्रदेश के सभी रेस्टोरेंट, होटल, ढाबों, जूस की दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों की गहन जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने अपने अनिवार्य रूप से खाद्य प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और कर्मचारियों के सत्यापन का भी आदेश दिया है।
#BREAKING Chief Minister Yogi Adityanath has condemned the mixing of human waste in food and ordered a thorough investigation of all food establishments in Uttar Pradesh. He called for stricter food safety rules, mandatory CCTV installation, and staff verification. Masks and… pic.twitter.com/i48akiCI7I
— IANS (@ians_india) September 24, 2024
इसके साथ खाद्य प्रतिष्ठानों में काम करने वालों को मास्क और दस्ताने भी आवश्यक रूप से पहनने के निर्देश जारी किए गए हैं। योगी ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डालने वाले लोगों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जो भी खाद्य पदार्थों में मिलावट का दोषी पाए जाता है उसे सख्त दंड दिया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि खाने-पीने की सभी दुकानों, प्रतिष्ठानों पर उनके मालिक, प्रोपराइटर, मैनेजर का नाम और पता प्रमुखता से लिखा होना चाहिए। इसके लिए खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम में जरूरी संशोधन भी किया जाए। प्रतिष्ठानों में सिर्फ कस्टमर के बैठने वाली जगह पर ही नहीं बल्कि अन्य हिस्सों को भी सीसीटीवी से कवर होना चाहिए। सभी प्रतिष्ठानों को सीसीटीवी का डेटा भी सुरक्षित रखना होगा और जरूरत पड़ने पर पुलिस या स्थानीय प्रशासन को उसे उपलब्ध कराना होगा।
यूपी सीएम ने खाने पीने के वस्तुओं में थूक और मूत्र मिलाए जाने की हाल ही में सामने आई घटनाओं का संज्ञान लेते हुए कहा कि इस प्रकार की कोई भी घटना बर्दाश्त करने लायक नहीं है। इस तहर की घटनाएं वीभत्स न सिर्फ आम आदमी के स्वास्थ्य पर बल्कि मानसिक तौर पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। प्रदेश में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए ठोस प्रबंध किए जाने आवश्यक हैं। योगी ने कहा कि इन घटनाओं में संलिप्त लोगों को भी कड़ी सजा दिलाई जाएगी।