लखनऊ। आज उत्तर प्रदेश की प्रगति देखकर हर देशवासी खुश है, जबकि दुनिया अचंभित है क्योंकि वर्ष 2017 से पहले यहां निराशा, हताशा और अराजकता का माहौल था। हम वर्ष 2024 में प्रवेश कर चुके हैं। इन पौने सात वर्षों में प्रदेश छठी-सातवीं अर्थव्यवस्था से ऊपर उठकर आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन गया है। वहीं प्रदेश सर्वाधिक ग्रोथ रेट और आर्थिक विकास दर के साथ देश में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह टीमवर्क का ही परिणाम है क्योंकि जब हम सामूहिक रूप से मिलकर कार्य करते हैं तो उसके परिणाम इसी रूप में हम सभी के सामने आते हैं। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन सभागार में आयोजित एमएसएमई के 51 हजार करोड़ मेगा ऋण वितरण समारोह में कही।
इस दौरान सीएम योगी ने प्लेज (PLEDGE) योजना के तहत मथुरा, अमरोहा, सीतापुर और मेरठ के प्लेज पार्कों के निर्माण की पहली किस्त वितरित की। साथ ही सहारनपुर, मुरादाबाद और संभल में ओडीओपी के तीन कॉमन फैसिलिटी सेंटर का लोकार्पण किया। इसके अलावा कौशाम्बी की सीएफसी टीम को स्वीकृति पत्र सौंपा। कार्यक्रम में सीएम योगी ने ओडीओपी और विश्वकर्मा श्रम सम्मान के एक दर्जन लाभार्थियों को चेक और टूल किट वितरित किया। वहीं मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को ई रिक्शा की चाबी सौंपी।
MSME क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण की दिशा में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग द्वारा आज लखनऊ में उद्यमियों के लिए आयोजित ₹51,000 करोड़ के मेगा ऋण वितरण समारोह में सम्मिलित हुआ।
इस अवसर पर ODOP कॉमन फैसिलिटी सेंटर्स के उद्घाटन के साथ ही PLEDGE योजना के तहत लाभार्थियों… pic.twitter.com/GFinZTIBpy
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 3, 2024
वोकल फॉर लोकल अभियान पर सबसे पहले मोहर लगाने वाला राज्य है यूपी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। ऐसे में प्रदेश का हर व्यक्ति, बहन-बेटी, व्यापारी और निवेशक खुद को सुरक्षित महसूस कर रहा है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश देश में निवेश के सबसे अच्छे गंतव्य के रूप में उभकर सामने आया है। जीआईएस-23 में प्रदेश को 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इससे एक करोड़ 10 लाख से अधिक नौजवानों को सीधे-सीधे नौकरी मिलेगी। अब उन्हे रोजगार के लिए पलायन नहीं करना होगा। एमएसएमई ने उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान दी है। सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडेक्ट योजना ने परंपरागत उद्यमियों को नई दिशा दी है, जो पहले हताश और निराश होकर पलायन करने को मजबूर हुआ करते थे क्योंकि उनकी पहले कोई सुनवाई नहीं होती थी। वहीं आज वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट ने प्रदेश को पहचान देने के साथ सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम से जुड़े उद्यमियों को नई दिशा दी है। इससे उनके चेहरे पर मुस्कान आई है। उन्होंने प्रदेश को एक्सपोर्ट प्रदेश के रूप में डेवलप किया है, जिससे हमारा एक्सपोर्ट लगभग तीन गुना बढ़ा है। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश केंद्र सरकार के वोकल फॉर लोकल अभियान पर मोहर लगाने वाला पहला राज्य है।
हर जिले के उत्पादन का डाक टिकट हो जारी
सीएम योगी ने कहा कि हमें कॉफी टेबल बुक तक ही सीमित नहीं रहना है बल्कि हर जिले के उत्पादन का डाक टिकट भी जारी होना चाहिये। इसको लेकर प्रयास होने चाहिये क्योंकि यह हमें वैश्विक पहचान दिलाएगा। इतना ही नहीं हर जिले के उत्पाद की ग्रेडिंग भी होनी चाहिए ताकि अच्छे उत्पादन की जानकारी की जा सके। उसे पैकेजिंग और टेक्नोलॉजी से जोड़कर विश्व फलक पर पहचान दिलाएंगे। उत्तर प्रदेश ही ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना और प्लेज पार्क योजना देने वाला पहला राज्य है। इससे प्रदेश में एमएसएमई यूनिट में काफी बढ़ोत्तरी हुई है और आज प्रदेश में 96 लाख एमएसएमई यूनिट हैं। उन्होंने बैंकर्स से कहा कि छोटी पूंजी वालों को भरपूर लोन दें क्योंकि छोटी पूंजी डूबती नहीं है। इससे जहां उनका बिजनेस बढ़ेगा, वहीं छोटी पूंजी वालों में बैंकर्स के प्रति विश्वास बढ़ेगा। इससे प्रदेश खुशहाली की ओर जाएगा। उन्होंने कहा कि बैंकर्स और सरकार की दूरदर्शी सोच का ही नतीजा है कि प्रदेश का पहले जहां सीडीओ रेश्यो 43 से 44 प्रतिशत था, आज बढ़कर 56 से 57 फ़ीसदी तक पहुंच चुका है।
उत्तर प्रदेश जब तक विकास नहीं करेगा, तब तक भारत विकास के नए प्रतिमान स्थापित नहीं कर सकता।
भारत के विकास का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है…: #UPCM @myogiadityanath pic.twitter.com/C5Jw99FanA
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 3, 2024
वहीं इसे इस वित्तीय वर्ष में 60 फीसदी और अगले वित्तीय वर्ष में 65 फीसदी तक ले जाने का हमारा लक्ष्य होना चाहिये। कार्यक्रम में ओडीओपी के तहत महिलाओं और पुरुषों को चेक वितरित किये गये हैं, वह अलग-अलग सेक्टर में काम करना चाहते हैं। ऐसे में उनके विश्वास पर हम सभी को खरा उतरना है। उनके प्रशिक्षण के लिए उचित मंच प्रदान करना है ताकि समाज के हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आए।