नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाथरस गैंगरेप (Hathras Gangrape) पीड़िता के परिवारवालों से बात की। उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की भरोसा दिया है। वहीं सीएम योगी ने पीड़िता के परिवार के लिए सहायता की घोषणा की है।
Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath speaks to the family of #Hathras gang-rape victim, via video conferencing. pic.twitter.com/htIprJUk0W
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2020
परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी देने को कहा है। सूडा के अंतगर्त हाथरस शहर में एक मकान भी परिवार को देने के लिए कहा है। इसके साथ ही SIT की 3 सदस्यीय कमेटी सभी बिंदुओं पर जांच करेगी। फास्ट ट्रेक कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई को अनुमति दी है। बता दें कि इस मामले में सभी चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
Kin of #Hathras gang-rape victim to be given Rs 25 lakh as ex-gratia and a house along with a governmnet job to one family member. Fastrack court to hear the matter; three-member SIT formed to probe the case: State govt
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2020
बता दें कि हाथरस जिले में 14 सितंबर को सामूहिक बलात्कार और गला दबाये जाने की घटना की शिकार हुई 19 वर्षीय दलित लड़की ने मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
एडीजी प्रशांत कुमार बोले- पीड़िता का पुलिस ने जबरन नहीं कराया अंतिम संस्कार
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) में हुए गैंगरेप मामले में पीड़िता की मौत के बाद से सियायत गरमाई हुई है। एक ओर जहां विपक्ष लगातार यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) पर हमलावर है। दूसरी तरफ पीड़िता के अंतिम संस्कार को लेकर यूपी पुलिस सवालों के घिरे में फंसती नजर आ रही है। दरअसल पुलिस पर आरोप है कि बिना परिवार की अनुमति के बिना पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है। इसी बीच उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार (ADG Prashant Kumar) ने मामले पर बयान देते हुए साफ किया कि पुलिस ने पीड़िता का जबरन अंतिम संस्कार नहीं कराया है।
हाथरस गैंगरेप मामले पर बात करते हुए यूपी पुलिस के एडीजी ( लॉ एंड ऑर्डर ) प्रशांत कुमार ने कहा कि कल सुबह पीड़िता की मृत्यु हो गई थी और देर रात पोस्टमार्टम के बाद जब शव पहुंचा तो परिवार वालों की सहमति से और उनकी उपस्थिति में अंतिम संस्कार कराया गया था।