नई दिल्ली। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में कांग्रेस ने यूपी की 9 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान तो किया, लेकिन रायबरेली और अमेठी सीट पर सस्पेंस कायम रखा है। रायबरेली और अमेठी सीट पर कांग्रेस ने किसी भी उम्मीदवार का एलान अब तक नहीं किया है। रायबरेली में जहां सोनिया गांधी जीतती रही हैं। वहीं, अमेठी सीट से 2019 में राहुल गांधी को स्मृति इरानी ने हरा दिया था। सोनिया गांधी अब राजस्थान से राज्यसभा में पहुंच गई हैं। पहले चर्चा थी कि रायबरेली सीट से कांग्रेस प्रियंका गांधी वाड्रा को टिकट देने वाली है, लेकिन अब तक कांग्रेस ने उनके नाम का एलान नहीं किया है। प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस की महासचिव हैं और यूपी में पार्टी को देखती हैं।
रायबरेली और अमेठी से कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित न होने पर सियासत के जानकार हैरान हैं। पहले जब भी चुनाव हुए, कांग्रेस ने पहली लिस्ट में ही अपने दोनों पुराने गढ़ों पर नामों का एलान किया, लेकिन चर्चा ये है कि इस बार रायबरेली और अमेठी पर नाम घोषित करने से कांग्रेस दूरी क्यों बना रही है। यूपी में कांग्रेस को समाजवादी पार्टी ने 17 सीटें ही दी हैं। अब सबकी नजर इस पर है कि इन दोनों अहम सीटों से कांग्रेस किसे चुनावी अखाड़े में उतारती है।
कांग्रेस ने अपने यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को तीसरी बार वाराणसी से लोकसभा का टिकट दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ अजय राय फिर भोले बाबा की नगरी से चुनावी ताल ठोकने जा रहे हैं। पीएम मोदी के टुकड़े-टुकड़े करने वाला बयान देकर चर्चित रहे इमरान मसूद को कांग्रेस ने सहारनपुर से लोकसभा का टिकट दिया है। वहीं, बीएसपी से निकाले गए कुंवर दानिश अली को अमरोहा सीट से उतारने का फैसला किया है। बाराबंकी सीट से कांग्रेस ने तनुज पुनिया को मैदान में उतारने का फैसला किया है। वहीं, अखिलेश प्रताप सिंह को देवरिया लोकसभा सीट से टिकट दिया है।