
नई दिल्ली। अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल के जेहाद पर दिए बयान से कांग्रेस फंस गई है। कांग्रेस पर बीजेपी ने ऐसा तीखा हमला बोला कि अब पार्टी को शिवराज पाटिल के बयान से दूरी बनानी पड़ गई है। कांग्रेस ने कहा है कि वो शिवराज के बयान से सहमत नहीं है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी और सांसद जयराम रमेश ने इस विवाद के खड़ा होने के बाद ट्वीट कर पार्टी की ओर से सफाई पेश की। जयराम रमेश ने बयान जारी किया कि मेरे वरिष्ठ सहयोगी शिवराज पाटिल ने भगवदगीता के बारे में जो कुछ कहा है, वो मानने लायक नहीं है। रमेश ने लिखा कि कांग्रेस का इस मामले में स्टैंड साफ है। भगवदगीता भारतीय सभ्यता की स्थापना के मूल में शामिल है। उन्होंने इसके लिए जवाहरलाल नेहरू की किताब ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ का हवाला दिया।
My senior colleague Shivraj Patil reportedly made some comments on Bhagavad Gita that’s unacceptable. Subsequently, he clarified. @INCIndia’s stand is clear. Bhagavad Gita is a key foundational pillar of Indian civilisation. Here’s an excerpt from Nehru’s Discovery of India(p110) pic.twitter.com/rarJub7xTy
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 21, 2022
बता दें कि शिवराज पाटिल ने गुरुवार को कांग्रेस की ही नेता रहीं मोहसिना किदवई के किताब के विमोचन पर भगवदगीता और कुरान का हवाला देकर विवादास्पद टिप्पणी की थी। पाटिल ने कहा था कि भगवान कृष्ण ने भी अर्जुन को जेहाद करने के लिए कहा था। इस पर बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया था। बीजेपी ने कहा था कि कांग्रेस लगातार हिंदुओं और देवी-देवताओं का अपमान करती रही है। इस मामले में उसने कांग्रेस से अपने रुख को सार्वजनिक करने की मांग भी की थी।
जेहाद को गीता और भगवान कृष्ण से जोड़ने से विवाद खड़ा होने के बाद शिवराज पाटिल ने इस बारे में मीडिया को बुलाकर सफाई भी दी थी। सफाई देने के दौरान उन्होंने फिर विवादित बयान दे दिया था। शिवराज पाटिल ने कहा था कि महात्मा गांधी को अगर मारा जाता है, तो वो भी जिहाद है। एक के बाद एक विवादित बयान जब शिवराज पाटिल ने दिए, तो कांग्रेस को आखिरकार अपने बचाव में इस मामले से पल्ला झाड़ना पड़ा।