
नई दिल्ली। आगामी लोकसभा सहित विभिन्न राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ आक्रमक मुद्रा में आ चुकी है। बीजेपी हर उस मुद्दे की तलाश में जुट चुकी है, जिससे कांग्रेस के खिलाफ लोगों के बीच में माहौल बनाया जा सकें। वहीं, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे बीजेपी की आक्रमकता कांग्रेस के खिलाफ तेज होती जा रही है। बहरहाल, अब देखना होगा कि आगामी लोकसभा चुनाव सहित विभिन्न राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में कौन बाजी मारने में सफल हो पाता है, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस को सवालों के कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कांग्रेस पर जनकल्याण के कार्यों में रोड़ा अटकाने का आरोप लगाया है। हालांकि, अभी तक नड्डा के इन आरोपों पर कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसे में कांग्रेस की ओर से क्या प्रतिक्रिया सामने आती है। इस पर सभी का निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले आपको पूरा माजरा तफ़सील से बताते हैं।
जानें पूरा माजरा
दरअसल, जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि मुझे यह देखकर हैरानी होती है कि कांग्रेस पार्टी को योजनाओं की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जमीनी स्तर तक पहुंचने वाले लोक सेवकों से दिक्कत है। यदि यह शासन का मूल सिद्धांत नहीं है, तो क्या है? ‘रथ’ के विरोध के संबंध में यह युद्धपोतों को निजी नौकाओं के रूप में उपयोग करने के विपरीत सार्वजनिक संसाधनों का उपयुक्त उपयोग है।
It baffles me to see the Congress Party have an issue with public servants reaching the grassroots to ensure saturation of schemes. If this not the basic tenet of governance, what is?
Regarding opposition to a ‘Rath’ it is a fit use of public resources unlike using warships as…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 22, 2023
वहीं, उन्होंने इस संदर्भ में दूसरा ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि शायद कांग्रेस पार्टी के लिए यह एक अलग अवधारणा है, लेकिन सार्वजनिक सेवा प्रदान करना सरकार का कर्तव्य है। यदि मोदी सरकार सभी योजनाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करना चाहती है और सभी लाभार्थियों तक पहुंचना सुनिश्चित करना चाहती है, तो गरीबों के हित को ध्यान में रखने वाले किसी भी व्यक्ति को समस्या नहीं हो सकती है। लेकिन कांग्रेस की रुचि केवल गरीबों को गरीबी में रखने में है और इसलिए वे संतृप्ति अभियान का विरोध कर रहे हैं।
It maybe an alien concept to the Congress Party, but public service delivery is the duty of a Government.
If the Modi Govt wants to ensure saturation of all schemes and ensure all beneficiaries are reached, nobody who has the interest of the poor in his mind can have a problem.…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 22, 2023
बहरहाल, अब देखना होगा कि चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस की ओर से इस पर क्या प्रतिक्रिया सामने आती है। बता दें कि कांग्रेस अभी चुनाव प्रचार की तैयारियों में जुटी हुई है। बीते शनिवार को कांग्रेस ने इसी दिशा में अपना कदम बढ़ाते हुए राजस्थान चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी की थी जिसमें कई नामों पर मुहर लगाई गई। ध्यान दें, कांग्रेस द्वारा सूची जारी किए जाने में विलंब को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी तंज भरा ट्वीट किया था। जिस पर कांग्रेस ने कोई-भी प्रतिक्रिया देने से गुरेज ही किया। वहीं, कांग्रेस द्वारा उम्मीदवारों की सूची जारी किए जाने के बाद आज बीजेपी ने भी प्रत्याशियों की सूची जारी की। जिसमें कई लोगों पर दांव आजमाया गया, तो कइयों का टिकट काट दिया गया है। वहीं, आज बीजेपी ने तेलंगाना चुनाव के लिए भी उम्मीदवारों की सूची जारी की है। अब ऐसे में कौन-सा उम्मीदवार पार्टी के लिए हितकारी साबित हो पाता है और कौन-सा नहीं। यह देखने वाली बात होगी।