नई दिल्ली। कर्नाटक के शुरुआती रूझानों से कांग्रेस में खुशी की लहर है। कांग्रेस सरकार बनाने की दिशा में अग्रसर नजर नहीं आ रही है। अगर यह शुरुआती रुझान नतीजों में तब्दील हुए तो बीजेपी के हाथ से कर्नाटक चला जाए। हालांकि, कांग्रेस शुरुआती रुझानों के आधार पर सूबे में अपनी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है। बता दें कि खबर लिखे जाने तक कांग्रेस 121 सीट और बीजेपी 71 और जेडीएस तकरीबन 30 सीटों पर बढ़त बनाती हुई नजर आ रही है। इस तरह से प्रदेश में कांग्रेस जीत की ओर से आगे बढ़ती हुई नजर आ रही है।
वहीं, बीजेपी की बात करें, तो पार्टी अभी-भी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है, लेकिन इस बीच कांग्रेस को विधायकों की टूट का डर सता रहा है, जिसे देखते हुए बेंगलुरु स्थित हिल्टन होटल में 50 कमरे बुक कराए गए हैं, जहां सभी विजयी विधायकों को आमंत्रित किया गया है। कांग्रेस ने यह कमरे बीजेपी के लोट्स कैंपस के डर को ध्यान में रखते हुए बुक कराया है। वहीं , माना जा रहा है कि बेशक कांग्रेस कर्नाटक में जीत की ओर अग्रसर है, लेकिन पार्टी को लोट्स कैंपस का डर सता रहा है, जिस पर अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ का बयान सामने आया है। आइए, आगे आपको विस्तार से बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
क्या बोले कमलनाथ
#WATCH | It is certain that Congress will form the government in Karnataka. BJP will attempt to strike a deal with MLAs of other parties and independent candidates: Congress leader & former MP CM Kamal Nath pic.twitter.com/AH4BmGCWEB
— ANI (@ANI) May 13, 2023
दरअसल, कांग्रेस नेता कमलनाथ ने विधायकों की टूट की आशंका जताई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनना तय है। बीजेपी दूसरे दलों के विधायकों और निर्दलीय उम्मीदवारों से समझौता करने की कोशिश करेगी। बता दें कि वह खुद बीजेपी को लोट्स कैंपस का शिकार रह चुके हैं। मध्य प्रदेश में बीजेपी के लोट्स कैंपस का शिकार होने के बाद ही उन्हें अपनी सरकार गंवानी पड़ी थी, जब उनकी ही पार्टी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगावती रुख अख्तियार कर बीजेपी से हाथ मिला लिया था और कमलनाथ को अपनी सरकार गंवानी पड़ी थी। वहीं, सिंधिया के बगावती तेवर के दम पर ही मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार बनाने में सफल हुई थी और राज्य की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर शिवराज सिंह चौहान विराजमान हुए थे। बहरहाल, अब आगामी दिनों में प्रदेश में सियासी स्थिति कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।