गुवाहाटी। फिर वही कहानी। फिर वही आरोप। इस बार कांग्रेस को असम के पूर्व सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने झटका देते हुए ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस TMC ज्वॉइन कर ली। रिपुन ने कांग्रेस में गुटबाजी होने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने ये संगीन आरोप भी जड़ा है कि प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से कुछ बीजेपी के साथ गुप्त समझौता कर रहे हैं। रिपुन को ममता के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने पार्टी ज्वॉइन कराई है। रिपुन ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि बीजेपी के खिलाफ लड़ने की जगह पार्टी के नेता आपस में लड़ रहे हैं। इससे कांग्रेस हाशिए पर चली गई है और बीजेपी को फायदा हो रहा है।
रिपुन ने लिखा कि असम में कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस लगी है। उन्होंने लिखा है कि मैंने 2016 से कांग्रेस को असम में उभारने के लिए जी-जान लगा दी। चुनावों में बीजेपी के सामने चुनौती पेश की, लेकिन गुटबाजी ने जीत से दूर रखा। उन्होंने आगे लिखा कि साल 1976 से कांग्रेस से जुड़ा रहा हूं और विभिन्न पद पार्टी में संभाले। मैं भारी मन से इस्तीफा दे रहा हूं। कांग्रेस के नेतृत्व की तरफ से मुझपर जताए गए भरोसे के लिए धन्यवाद। रिपुन ने ये भी लिखा है कि साल 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में लोगों को लग रहा था कि कांग्रेस जीतेगी, लेकिन अंदरूनी जंग ने कांग्रेस से लोगों का भरोसा तोड़ दिया और हम सरकार बनाने में नाकाम रहे।
Congress leader Ripun Bora tenders his resignation from the party. pic.twitter.com/wH8BGJYKWe
— ANI (@ANI) April 17, 2022
असम में कांग्रेस को रिपुन के इस्तीफे से पहले भी तब जोर का झटका लगा था, जब यहां से सांसद रहीं सुष्मिता देव ने पिछले साल पार्टी छोड़कर टीएमसी का दामन थामा था। सुष्मिता के पिता संतोष मोहन देव पूर्वोत्तर के कद्दावर नेताओं में शामिल रहे थे और केंद्र में उन्होंने कई बार बड़े मंत्रालय संभाले थे।